नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचित आर्थिक रूप से गरीबों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण को दिल्ली में लागू करने के लिए दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार से आग्रह किया है। उनका कहना है कि कुछ लोग इसे राजनैतिक नाटक व जुमला कहते हैं, लेकिन मुझे बड़े गर्व के साथ ये कहते हुए खुशी होती है कि यह ससंद से पास होने व राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद गुजरात में लागू हो चुका है।
इसलिए मन में व्याप्त भ्रम अब गायब हो जाना चाहिए। तिवारी का कहना है कि अगर इसे लागू नहीं किया गया तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं होगा, क्योंकि पहले ही वे दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना आयुष्मान भारत (पीएमजेएवाई) के तहत दिल्ली के 30 लाख लोगों को 5 लाख रुपए के स्वास्थ्य लाभ से वंचित कर चुके हैं।
‘आप’ नेतृत्व का संदेहास्पद रवैया तब उजागर हुआ जब ‘आप’ के दो सांसद सुशील गुप्ता और संजय सिंह 10 प्रतिशत आरक्षण बिल पर मतदान किए बिना राज्यसभा से वॉक आउट कर गये। उनका कहना है कि झूठ बोलना व आरोप-प्रत्यारोप करना आम आदमी पार्टी के नेताओं की आदत व चरित्र में शामिल हो चुका है।
उनका कहना है कि आयुष्मान भारत और सवर्णों के 10 प्रतिशत आरक्षण बिल अतुलनीय कल्याणकारी योजनाएं हैं। वह केजरीवाल से आग्रह करते हैं कि वह दिल्ली में इन योजनाओं को लागू करें।