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पुरी के ‘तिवारी मुख्यमंत्री’ बयान पर घमासान, लिया यू-टर्न

दिल्ली विधानसभा चुनाव अभी दूर है लेकिन केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के एक बयान ने दिल्ली भाजपा में राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है।

नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव अभी दूर है लेकिन केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के एक बयान ने दिल्ली भाजपा में राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है। मंत्री के बयान के बाद जहां आम आदमी पार्टी (आप) ने चुटकी लेते हुए निशाना साधना शुरू कर दिया वहीं भाजपा के भीतर गुटबाजी तेज हो गई। दरअसल एक कार्यक्रम के दौरान हरदीप सिंह पुरी ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को मुख्यमंत्री पद देकर जिताने की घोषणा कर दी। 
उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर ही रहेंगे। इस बयान के बाद वहां मौजूद तिवारी के सर्मथकों ने ‘जय श्रीराम’ और ‘अब की बारी मनोज तिवारी’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। आम आदमी पार्टी ने मनोज तिवारी को बधाई तक दे दी। मुख्यमंत्री पद के लिए मनोज तिवारी के नाम की घोषणा के बाद पार्टी के भीतर बवाल होना तय था, बवाल बढ़ता देख आनन-फानन में हरदीप सिंह पुरी ने अपने इस बयान से यू-टर्न ले लिया। 
ट्वीट करते हुए हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उनके बयान का मतलब था कि दिल्ली में भाजपा मनोज तिवारी के नेतृत्व में भारी मतों से जीतेगी। पुरी ने कहा कि मनोज तिवारी पार्टी का बड़ा चेहरा हैं। वे जनता के बीच काफी लोकप्रिय भी हैं और पिछले पांच साल से वे जनता की सेवा में लगे हुए हैं। इसलिए पार्टी अगला विधानसभा चुनाव उनकी अगुवाई में ही लड़ेगी। लेकिन तब तक तो पार्टी के भीतर और बाहर पूरा घमासान मच चुका था। सूत्रों का कहना है कि उनके बयान का ठीकरा भी मनोज तिवारी के सिर फोड़ दिया गया। 
पार्टी के भीतर कई बड़े चेहरे को हरदीप सिंह पुरी का यह बयान रास नहीं आया और इसकी जोरदार आपत्ती उठाई गई। कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रकाश जावड़ेकर, अरुण सिंह से होते हुए यह बातें जे.पी. नड्डा और अमित शाह तक पहुंच गई। फिर जो होना था वह तो हो गया, लेकिन पार्टी के भीतर घमासान छिड़ चुका है, आने वाले कुछ दिनों में इसका असर भी देखने को मिल सकता है। 
बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा की ओर से भाजपा ने रविवार को शास्त्री पार्क स्थित सिद्ध श्री श्याम गिरीमंदिर प्रांगण में शहरी केंद्रों के अध्यक्षों का सम्मेलन का आयोजन किया था। कार्यक्रम को शहरी केंद्र प्रमुख सम्मेलन का नाम दिया गया। मनोज तिवारी उत्तर-पूर्वी दिल्ली से लोकसभा के सांसद हैं। इसी कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शिरकत की थी।
दूसरे गुट के नेताओं में खलबली
केंद्रीय मंत्री के इस बयान से पार्टी के ही दूसरे नेताओं के बीच खलबली मच गई। तिवारी विरोधी खेमे के एक नेता ने कहा कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व ही यह तय करेगा कि चुनाव किस चेहरे के साथ लड़ा जाएगा या पार्टी बिना किसी चेहरे के चुनाव में उतरेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसा कुछ भी तय नहीं किया गया है।
लगे ‘जय श्री राम’ और अब की बारी मनोज तिवारी के नारे
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के इस ऐलान के बाद सभा में ‘जय श्री राम’ और ‘अब की बारी मनोज तिवारी’ जैसे नारे लगे। हालांकि, हरदीप सिंह पुरी के इस ऐलान पर वहां मौजूद दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कुछ नहीं कहा। लेकिन इससे मनोज तिवारी के नाम की चर्चा शुरू हो गई है, जबकि अभी तक इस बात को लेकर भाजपा पशोपेश में थी कि दिल्ली विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करके लड़ा जाए या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने की कोशिश की जाए।
सीएम पद का होगा ऐलान या पीएम के चेहरे पर लड़ेगी भाजपा 
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के ऐलान से यह चर्चा शुरू हुई है कि क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को टक्कर देने के लिए भाजपा मुख्यमंत्री उम्मीदवार का ऐलान करेगी? या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर ही दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने की कोशिश करेगी। बता दें कि मनोज तिवारी पूर्वांचल के मतदाताओं में काफी लोकप्रिय हैं।
संसदीय बोर्ड लेता है अंतिम फैसला : मनोज तिवारी
भाजपी दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि एक राज्य अध्यक्ष के रूप में मेरा कर्तव्य यह सुनिश्चित करना है कि हम राज्य में सरकार बनाएं। मुद्दा यह नहीं है कि मुख्यमंत्री कौन होगा, यह मुद्दा आम आदमी पार्टी की बेचैनी पर है। इससे पता चलता है कि वे रात में सो नहीं पाएंगे। मुख्यमंत्री का चेहरा होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस तरह के फैसले संसदीय बोर्ड द्वारा लिए जाते हैं।

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