दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता आम आदमी पार्टी की सरकार को आए दिन कटघरे में खड़ा रखते हैं। कभी वक्फ बोर्ड तो कभी जल बोर्ड के टैंकर घोटाले को लेकर हल्ला बोलते हैं। हाल ही में चुनाव के दौरान अभिभावकों को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री द्वारा भेजे गए पत्रों का पर्दाफाश कर उन्होंने चुनाव आयोग में शिकायत की। विजेन्द्र गुप्ता मानते हैं कि दिल्ली के पूर्ण विकास के लिए केन्द्र के साथ दिल्ली में भाजपा की सरकार हो तो बात बन जाए। वे डबल इंजन की सरकार को कामयाब मानते हैं। उनसे 12 मई को दिल्ली में लोकसभा चुनाव के मुद्दों पर पंजाब केसरी के प्रमुख संवाददाता राहुल शर्मा की खरी-खरी…
आप आए दिन दिल्ली सरकार में नेता प्रतिपक्ष के नाते आम आदमी पार्टी की सरकार को कठघरे में खड़ा रखते हैं। इसमें आपको कितनी सफलता मिली है?
देखिए दिल्ली की जनता भलीभांति जानती है कि उनके लिए दिल्ली सरकार ने क्या किया है। मेरा कहना है कि लोगों के सामने सच आना चाहिए कि आखिर सरकार की वास्तविकता क्या है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्र में रहते हुए दिल्ली की जनता के लिए अनेक विकास कार्य किए जिन्हें जनता बखूबी जानती है। हमारी कोशिश है कि जनता तक सच पहुंचना चाहिए। इससे लोग सही दल के प्रत्याशी का आकलन स्वयं कर सकते हैं। हमने अनेक मामले उजागर किए हैं। जल बोर्ड में पानी टैंकर घोटाले का मामला उठाने के बाद उसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई।
वक्फ बोर्ड में हो रही धांधली का पर्दाफाश करने पर उसे भी भंग किया गया। ऐसे अनेक उदाहरण हैं कि जब हमने मामले उठाए, उन पर संज्ञान लिया गया, लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार सदैव उन मामलों को दबाती रही और पूरा प्रयास किया कि वे मामले न उठें। हाल ही में मैंने इमामों को बढ़ा वेतन देने का मामला उठाया है, उस पर चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन हैरानी की बात है कि कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। इसे लेकर हमारी नाराजगी है। क्योंकि कार्रवाई न होने से आम आदमी पार्टी लगातार उल्लंघन कर रही है।
दिल्ली में भाजपा कितनी सीटें जीत पाएगी?
निश्चित रूप से भाजपा दिल्ली में सातों सीटें जीतकर आ रही है और 2014 से भी अधिक मार्जिन से हम जीतेंगे। जनता ने नए प्रत्याशियों को स्वीकार कर लिया है और पूरा समर्थन उन्हें मिल रहा है। देश के अन्य राज्यों में भाजपा की लहर को देखते हुए मैं कहूंगा कि 300 से अधिक सीटें भाजपा और सहयोगी दलों को मिलेंगी। दिल्ली में हम 50 फीसद से अधिक मत प्राप्त करेंगे क्योंकि लोगों में पिछले लोकसभा चुनावों से अधिक उत्साह है।
जनता प्रत्याशी नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट देने की बात कर रही है ऐसा क्यों?
क्यों कि पांच साल हमने काम करने दिखाया है, बाकी पार्टियों की तरह कोरे दावे नहीं किए। लोगों ने राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, सुरक्षा और कूटनीति को सराहा है। प्रधानमंत्री की ईमानदारी किसी से छिपी नहीं रह गई है। विदेशों तक में उनका डंका बज रहा है।
दिल्ली की जनता के लिए सत्ता में आने पर भाजपा क्या करेगी?
दिल्ली में पीएम मोदी सरकार ने पांच साल के कार्यकाल में लगभग 50 हजार करोड़ के विकास कार्य करवाए हैं। सड़कों की मरम्मत, एलिवेटेड रोड, एनएचएआई के माध्यम से मार्गों को सुगम बनाया गया। ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल बनाने से जाम और प्रदूषण दोनों दूर हुए हैं। प्रदूषण को कम करने के लिए 1115 करोड़ रुपया खर्च किया। ऐसी व्यवस्था की गई जिससे कि पराली खेतों में ही नष्ट कर दिया जा सके। उजाला योजना के अंतर्गत एक करोड़ एलईडी बल्ब दिल्ली में लगाए गए।
उज्ज्वला योजना में करीब 73 हजार गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन मुहैया करवाए गए। वजीराबाद से लेकर ओखला बैराज तक यमुना में 22 किलोमीटर तक 1700 करोड़ की राशि से सीवर ट्रीटमेंट प्लान के तहत खुले नालों की गंदगी को यमुना में जाने से रोका जा रहा है। 42 लाख से ज्यादा दिल्ली में जनधन खाते खोले गए। ऐसी अनेक योजनाओं के चलते सीधे लोगों को लाभांवित किया गया।
जब-जब चुनाव आते हैं तो दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों का जिन्न बाहर निकल आता है, इस पर आपकी क्या
राय है?
वास्तव में इच्छाशक्ति की जरूरत है अनधिकृत कॉलोनियों का हल निकालने के लिए और यह सीधे तौर पर दिल्ली सरकार से जुड़ा मामला है। मैं बताना चाहूंगा कि जब शीला दीक्षित की सरकार थी तो उस दौरान अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वालों को प्रोविजनल सर्टिफिकेट बांटे गए थे तो जाहिर है कि उनका काम था, लेकिन कांग्रेस और आप दोनों ने ही काम नहीं किया।
आम आदमी पार्टी की सरकार झूठ बोलती है, निकम्मी है, नाकाम है और लोगों को गुमराह करती है। लोगों से जुड़े मुद्दों पर राजनीति करती है। ‘एक तो करेला और ऊपर से नीम चढ़ा’ से लोग आहत हैं। हम कॉलोनियों को नियमित करेंगे, ये केवल विश्वास नहीं दिलवा रहे हैं, बल्कि हमारा संकल्प है। ये हमारा दायित्व भी है जिसे हम पूरा करेंगे।
लोगों को मालिकाना हक देंगे। मोदी जी ने कहा है कि 2022 तक सभी को पक्के घर मिलेंगे। दिल्ली में यदि डबल इंजन की सरकार हुई तो दो साल के भीतर सबके पास अपना घर होगा। इसका एक मॉडल, रोडमैप और नजरिया हमारे पास है, जो कि बाकी दलों के पास नहीं है।