नई दिल्ली : एटीएम बूथ में मशीन पर हिडन कैमरा और स्किमिंग डिवाइस लगाकर लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के बदमाश को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान प्रवेश उर्फ जगप्रवेश उर्फ टोनी डागर के रूप में हुई है। पुलिस को आरोपी के पास से एक पिस्टल, दो कारतूस, एक कार, दो क्लोन एटीएम कार्ड, एक स्किमिंग डिवाइस मशीन सेटअप, एक लैपटॉप व एटीएम में डाटा ट्रांसफर करने के लिए एटीएम स्कैन मशीन बरामद की है।
पुलिस को आरोपी के लैपटॉप से करीब 30 हजार से अधिक लोगों का चोरी किया गया डाटा बरामद हुआ है। इससे साफ है कि यह नेटवर्क कितना बड़ा है और आने वाले समय में यह रैकेट कितने बड़े स्तर पर लोगों को अपना शिकार बनाने वाला था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी टोनी डागर के खिलाफ आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न धाराओ में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश देव के मुताबिक आरोपी को गुप्त सूचना के बाद एसीपी जसबीर सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रितेश कुमार की टीम में शामिल एसआई धीरज, एएसआई सुरेंद्र राठी, अभय सिंह, हेडकांस्टेबल सुनील, कांस्टेबल शेलेंद्र, संदीप आदि ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस टीम को गत 26 अगस्त को पुख्ता सूचना मिली थी कि आरोपी टोनी डागर द्वारका सेक्टर-18 श्मशान घाट के पास आने वाला है। पुलिस टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमार्ड पर लिया। पुलिस को टोनी की हत्या की कोशिश और रेप के मामले में भी तलाश थी। टोनी एटीएम क्लोनिंग कर ठगी करने वाले रैकेट प्रवीण झड़ौदा गैंग का सक्रिय सदस्य है। प्रवीण गिरोह का सरगना है। प्रवीण वर्तमान में जेल में बंद है। मगर टोनी अन्य सदस्यों ढीलू, दीपक उर्फ मच्छी, संजय, प्रिंस, कर्मवीर आदि के साथ मिलकर दिल्ली समेत, राजस्थान, गुजरात, हिमाचल, उत्तराखंड, मंबई, गोवा आदि जगह हिडन कैमरा और स्किमिंग डिवाइस लगाकर ठगी करते थे।
पुलिस की जिप्सी को टक्कर मारकर भागा
पुलिस टीम को आरोपी टोनी की रिमांड के दौरान उसके साथियों के बारे में पता चला। जिसके बाद पुलिस टीम ने द्वारका सेक्टर-16 में जाल बिछा दिया। पुलिस टीम ने एक इनोवा कार में सवार आरोपी दीपक उर्फ मच्छी व कर्मवीर को घेर लिया। मगर आरोपियों ने पुलिस की जिप्सी को जोरदार टक्कर मारी और गाड़ी से उतरकर खेतों में होते हुए फरार हो गए।