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दिल मिले न मिले, हाथ मिलाते रहना चाहिए…

अनिल बैजल ने एलजी हाउस पर गणतंत्र दिवस से पूर्व आयोजित होने वाले ‘एट होम’ का आयोजन किया। इस दौरान आप पार्टी के एक विधायक ने मोबाइल से फोटो खींची।

नई दिल्ली : उपराज्यपाल अनिल बैजल ने एलजी हाउस पर हर वर्ष की तरह गणतंत्र दिवस से पूर्व आयोजित होने वाले ‘एट होम’ का आयोजन किया। इस दौरान आप पार्टी के एक विधायक ने मोबाइल से फोटो खींची। थोड़ी देर में ही यह फोटो वायरल हो गई। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित एक-दूसरे से हाथ मिला रहे हैं। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होते ही इसके मायने निकाले जाने लगे।

कांग्रेस कह रही है कि ‘दिल मिले न मिले, हाथ मिलाते रहना चाहिए’… लेकिन आम आदमी पार्टी सिर्फ हंस कर टाल रही है। जबकि राजनीतिक हलकों में कहा जा रहा है कि ‘हाथ मिलाते-मिलाते, दिल भी मिल सकते हैं…।’ गौरतलब है कि शीला दीक्षित के अध्यक्ष बनते ही इस बात की अटकलें तेज हो गई थीं कि अब दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन को बल मिलेगा, लेकिन कांग्रेस इस बात को लगातार नकारती रही है कि आप के साथ किसी तरह का गठबंधन नहीं होगा।

लेकिन आप पार्टी सीधे-सीधे तो नहीं लेकिन जुमलों से इशारा करती रही है कि हम जहर का प्याला पीने के लिए तैयार हैं… आप पार्टी कांग्रेस को जहर बता रही है फिर भी भाजपा को हराने के लिए वह कांग्रेस से गठबंधन करने के लिए तैयार दिखती है। अभी एक दिन पहले ही आप पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह ने एक सभा में साफ कह दिया कि अगर वह दिल्ली में जीतते हैं तो केन्द्र में वह कांग्रेस को समर्थन देने के लिए तैयार हैं। यानी की आप पार्टी की ओर से साफ है कि वह कांग्रेस से गठबंधन करने के लिए बिल्कुल तैयार बैठे हैं।

दूसरी तरफ कांग्रेस इस मसले से अभी दूरी बनाए हुए है। जब तक दिल्ली में अजय माकन कांग्रेस अध्यक्ष रहे, वह आप पार्टी के साथ गठबंधन को नकारते रहे। उस दौरान शीला दीक्षित ने गाहे-बगाहे एक-दो बार यह बयान जरूर दे दिया कि अगर पार्टी आलाकमान कहेंगे तो गठबंधन होगा, जिसके बाद दिल्ली की राजनीति में गठबंधन की अटकलें तेज हो गई थीं, लेकिन शीला दीक्षित के अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने भी आप पार्टी से गठबंधन को नकार दिया। अब गुरुवार को एलजी के एट होम कार्यक्रम में जिस तरह से शीला और केजरीवाल गर्मजोशी से मिले हैं उसने एक बार फिर इन्हीं अटकलों को हवा दे दी है। लेकिन कांग्रेसी इसको पूरी तरह से नकार रहे हैं।

– सुरेन्द्र पंडित

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