पश्चिम बंगाल के हावड़ा में एक रैली के दौरान पुलिस द्वारा एक सिख व्यक्ति की पगड़ी उतारे जाने का मामला बढ़ता जा रहा है। जहां सिख समुदाय में इस घटना को लेकर गुस्सा है वहीं कई राजनीतिक दलों ने भी इसकी निंदा की है। मामले में दिल्ली बीजेपी नेता की शिकायत पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लिया है।
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने रविवार को अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य आतिफ रशीद को पत्र लिखकर इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। रशीद ने ट्वीट किया, ‘‘अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य के नाते मैंने आपकी शिकायत पर तत्काल संज्ञान लिया है और आयोग इस मामले में कल तक आवश्यक कार्रवाई करेगा।’’
बग्गा ने पत्र में लिखा, ‘‘पश्चिम बंगाल में जो कुछ हो रहा है, वाकई अक्षम्य है। पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा सुरक्षा अधिकारी बलविंदर सिंह पर जघन्य हमला और उनकी पगड़ी का अपमान वास्तव में शर्मसार करने वाला और निंदनीय कृत्य है।’’ बीजेपी नेताओं का दावा है कि पंजाब के बठिंडा निवासी बलविंदर सिंह भारतीय सेना के पूर्व सैनिक हैं और इस समय एक बीजेपी नेता के निजी सुरक्षा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।
दरअसल, हावड़ा में गुरुवार को रैली के दौरान उस समय विवाद शुरू हुआ जब पश्चिम बंगाल पुलिस ने कथित तौर पर बलविंदर सिंह पर हमला किया और उनकी पगड़ी खींच ली। हालांकि, पुलिस की दलील है कि उक्त व्यक्ति के पास एक पिस्तौल थी और उनकी पगड़ी झड़प के दौरान खुद ही गिर गयी थी।