आम आदमी पार्टी (आप) से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए कपिल मिश्रा को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया गया है। कपिल मिश्रा दिल्ली में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा से पहले दिए गए भड़काऊ बयान को लेकर चर्चा में आए। उनपर हिंसा भड़काने का आरोप भी लगा है।
कपिल मिश्रा को कई बार मेसेज और फोन कॉल के जरिए धमकियां मिल रही है। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट कर दी। उन्होंने मार्च की शुरुआत में ट्वीट किया, ‘लगातार फोन पर, व्हाट्सप्प पर, ईमेल पर मुझे हत्या की धमकियां दी जा रही हैं, देश से और विदेशों से सैकड़ो धमकियां लगातार दी जा रही हैं।’
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गौरतलब है की दिल्ली हिंसा से एक दिन पहले कपिल मिश्रा ने जाफराबाद क्षेत्र के मौजपुर चौक पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में एक सभा का नेतृत्व किया था। जिसके बाद सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प हुई। झड़प ने देखते ही देखते साम्प्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया।
दिल्ली में हुई हिंसा से पहले भड़काऊ बयान देने के आरोप में आप और अन्य विपक्षी दल कपिल मिश्रा के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे है। दरअसल, सीएए के विरोध में हो रहे धरना प्रदर्शन के दौरान कपिल मिश्रा एक वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में उन्होंने कहा था कि ट्रंप के जाने तक तो वे जा रहे हैं लेकिन उसके बाद वे शांत नहीं बैठेंगे और रास्ता खुलवाएंगे। बता दें की शाहीन बाग में सीएए के विरोध में दो महीने से ज्यादा समय से महिलाएं धरने पर बैठी है।