आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने सोमवार को कहा कि केंद्र को यह स्वीकार करना होगा कि देश में कोरोना वायरस का संक्रमण सामुदायिक स्तर पर फैल रहा है और इस पर काबू पाने के लिए दिल्ली की तर्ज पर ‘‘बड़े पैमाने पर जांच’’ करनी होगी। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि लोगों को यह अंदाजा नहीं है कि संक्रमण सामुदायिक स्तर पर फैल रहा है, इसलिए वे इसकी चपेट में आ रहे हैं।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अगर आप संक्रमण के स्रोत का पता नहीं लगा पा रहे हैं तो इसका मतलब है कि यह सामुदायिक स्तर पर फैल चुका है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘केंद्र को यह स्वीकार करना होगा कि संक्रमण सामुदायिक स्तर पर फैल रहा है, बड़े पैमाने पर जांच करनी होगी तथा और अधिक जांच किट उपलब्ध करवाने होंगे। उन्हें वही करना होगा जो दिल्ली सरकार ने किया।’’
सिंह पर पलटवार करते हुए दिल्ली भाजपा के महासचिव राजेश भाटिया ने कहा कि दिल्ली में आप अपनी ‘‘जिम्मेदारियों से भाग रही है।’’ भाटिया ने कहा, ‘‘रविवार को दिल्ली में जलभराव के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। जब इस पर उनसे सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार कोरोना वायरस से निपटने में व्यस्त थी, इसलिए नालियों की सफाई पर ध्यान नहीं दे पाई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब वे कह रहे हैं कि संक्रमण सामुदायिक स्तर पर फैल रहा है। अगर ऐसा है तो इसे रोकने के लिए वे क्या कर रहे हैं। बात ऐसी है कि कोविड की स्थिति दिल्ली सरकार के हाथ से निकल गई थी, जिसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह काबू में लाए।’’
सिंह ने कहा कि जांच के मामले में भारत काफी पीछे है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में प्रति दस लाख की आबादी पर 1,47,000 जांच की जा रही है, रूस में प्रति दस लाख पर एक लाख जांच की जा रही है वहीं भारत में प्रति दस लाख पर 9,000-10,000 जांच ही हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब यह है कि देश ‘कोई प्राथमिकी नहीं-कोई अपराध नहीं की तरह कोई जांच नहीं-कोई मामला नहीं’ के फॉमूर्ले पर चल रहा है। उत्तर प्रदेश और बिहार इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं, जहां जांच केवल नाम के लिए हो रही है।’’