नई दिल्ली : जब हमारे खिलाड़ी भारत की जर्सी पहने किसी भी स्तर पर पदक जीतते हैं तो सीना चौड़ा हो जाता है और जब सुनते हैं कि ये खिलाड़ी दिल्ली से है तो सीना और चौड़ा हो जाता है। यह बात शुक्रवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार द्वारा प्रतिभा संपन्न खिलाड़ियों को मिशन एक्सीलेंस योजना की अंतर्गत वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कही।
सिसोदिया ने कहा कि हमने स्पोर्ट्स पॉलिसी पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ चर्चा की। उनसे कहा कि पदक जीतने के बाद जो राशि मिलती है वह कम है, जिसे हमारी सरकार ने बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जब खिलाड़ी पदक जीत जाता है तो सब सम्मान देते हैं, वह जिस राज्य की सड़क से गुजरा होता है वहां की सरकार भी सम्मान देती है लेकिन उसकी ट्रेनिंग में कोई मदद नहीं मिलती है जिसकी सबसे अधिक जरूरत होती है।
इसके लिए दिल्ली सरकार मिशन एक्सीलेंस योजना लेकर आयी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ‘मिशन एक्सीलेंस’ पॉलिसी इस विचार के साथ बनायी थी कि पदक जीतने के बाद तो सब खड़े होते हैं कि ये हमारा बच्चा है, हम चाहते थे कि हम खिलाड़ी की ट्रेनिंग के दौरान एक उम्मीद के साथ खड़े हो सकें कि ये हमारा बच्चा है।