राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 5 नए मामले सामने आने साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या 36 हो गयी है। इसी बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बेजल ने गुरुवार को जिलाधिकारियों और पुलिस उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की।
बैठक में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, दिल्ली सरकार ने किराने की दुकानों सहित आवश्यक सेवाओं को प्रदान करने वाली दुकानों और प्रतिष्ठानों को 24 घंटे संचालित करने की अनुमति देने का फैसला किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, डिलीवरी बॉय अपने आईडी कार्ड दिखा सकते हैं जो पर्याप्त होंगे। साथ ही मोहल्ला क्लीनिक के सभी काम सावधानियों के साथ जारी रहेंगे।
उन्होंने कहा, “दिल्ली में अभी तक कोरोना के 36 केस हुए हैं, जिनमें से 26 केस विदेशों से आए लोगों के हैं बाकि के 10 केस उन लोगों के संपर्क में आने से हुए हैं”। दुर्भाग्य से एक मोहल्ला क्लिनिक डॉक्टर का परीक्षण सकारात्मक है, लेकिन दिल्ली सरकार क्लीनिक बंद नहीं करेगी क्योंकि इससे लोगों को बहुत असुविधा होगी। मोहल्ला क्लीनिक खुला रहेगा। हम सभी डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे और उनके परीक्षण नियमित रूप से किए जाएंगे।
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मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली भर में 234 से अधिक दिल्ली सरकार के रैन बसेरों में गरीबों और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त भोजन दिया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अधिक केंद्र स्थापित करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को भोजन मिल सके। SDM और ACP ये सुनिषित करे की सब्जी, दूध, राशन जैसी जरुरी सुविधा की दुकान खुले और उन दुकानों पर सामान भी मिले।
सरकार ने जरूरी सेवाओं देने वालों के लिए दिल्ली में ई-पास जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। व्हाट्सप्प पर एक कॉल के जरिए ई-पास प्राप्त किया जा सकता है। ई-पास के लिए केजरीवाल सरकार ने 1032 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गया हेल्पलाइन नंबर को लेकर उन्होंने कहा, सरकार द्वारा जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर 1031 केवल जरूरी सेवाओं के लोगों के E -Pass के लिए है।
इस पर साधारण कॉल न करें, वरना नुकसान पब्लिक और देश का होगा। लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील करते हुए केजरीवाल ने कहा, जो लोग अपने घरों में नहीं रह रहे मेरी उनसे हाथ जोड़कर विनती है कि वो लोग अपने घरों में ही रहें, जब तक बाहर निकलना बेहद जरूरी न हो। नहीं तो कुछ लोगों की ग़लती का खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा।