नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने मोहल्ला क्लीनिक पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का झूठ का पर्दाफाश किया है। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी का हवाला देते हुए प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री पर करदाताओं के पैसों को निजी हित में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली की जनता को बताएं की वो क्यों नहीं दिल्ली सरकार के अस्पताल व मोहल्ला क्लीनिक में अपना और अपने मंत्रियों और उनके परिवारों का इलाज कराते हैं।
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2015 में सत्ता में आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा उनका और उनके परिवार का प्राइवेट अस्पताल व दवाइयों में किया गया कुल खर्च 12 लाख 18 हजार 27 रुपए है, जो कि समान्य प्राशसनिक विभाग दिल्ली सरकार ने चुकाया है। वहीं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया उनसे एक कदम और आगे है, उनका व उनके परिवार का निजी अस्पताल में कराए गए इलाज व दवाइयों का खर्च 13 लाख 25 हजार 329 रुपए है, मंत्री गोपाल राय का कुल खर्च 7 लाख 22 हजार 558 है और मंत्री इमरान हुसैन का 2 लाख 46 हजार 748 रुपए है।
तिवारी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से सवाल करना चाहता हूं कि वह जनता को वास्तविकता से परिचित क्यों नहीं कराते हैं। क्या आपको अपनी सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा नहीं है तो जनता को किसके भरोसे छोड़ रहे हैं। स्पष्ट है दिल्ली सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है।
आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांके तिवारीः भारद्वाज
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल लंबे समय से खांसी से ग्रसित हैं, जिसके उपचार के लिए उन्हें बेंगलुरु जाना पड़ा। मोहल्ला क्लीनिक में प्राथमिक उपचार मिलता है। वहीं उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे में उन पर आरोप लगाना गलत है। मनोज तिवारी निचले स्तर की राजनीतिक कर रहे हैं। उन्हें पहले भाजपा के तीन बड़े नेताओं के विदेश में हुई किडनी प्रत्यारोपण व अन्य के उपचार में आए खर्च को देख लें।