दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को साकेत कोर्ट परिसर में एक महिला को गोली मारने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति की आलोचना की।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है। दूसरों के काम में अड़ंगा डालने और हर मुद्दे पर गंदी राजनीति करने के बजाय सभी को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। अगर जिम्मेदारी नहीं संभल पा रहे हैं, तो इस्तीफा दे देना चाहिए। लोगों की सुरक्षा को जोखिम में नहीं छोड़ा जा सकता है।
दिल्ली में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। दूसरों के कामों में अड़चन करने और हर बात पर गंदी राजनीति करने की बजाय सबको अपने अपने काम पर ध्यान देना चाहिये। और अगर नहीं सँभलता तो इस्तीफ़ा दे देना चाहिए ताकि कोई और कर ले। लोगों की सुरक्षा रामभरोसे नहीं छोड़ी जा सकती। https://t.co/TRuPfYUqJU
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 21, 2023
सूत्रों के मुताबिक आरोपी की पहचान हिस्ट्रीशीटर के रूप में हुई है, उसने महिला पर तीन से चार राउंड फायरिंग की। महिला के पेट में गोली लगी और उसे एम्स ले जाया गया था। पुलिस ने बताया कि फिलहाल उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। घटना के मद्देनजर, वकीलों ने राजधानी के अदालत परिसरों में सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई है।
फायरिंग शुक्रवार सुबह कोर्ट परिसर में वकीलों के ब्लॉक में हुई
उत्तरी दिल्ली लॉयर्स एसोसिएशन के महासचिव अधिवक्ता विनीत जिंदल ने एक बयान में कहा कि जिला अदालतों में सुरक्षा में चूक वादियों और अधिवक्ताओं के लिए बड़ी चिंता का विषय है। जिंदल ने कहा, दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी सुरक्षा चूक पर ध्यान दिया है और दिल्ली पुलिस को निर्देश जारी किया था, लेकिन सुरक्षा के मुद्दे अभी भी बरकरार है। दिल्ली की अदालतों को अद्यतन गैजेट के साथ एक प्रत्यायोजित सुरक्षा इकाई की आवश्यकता है, तभी हम अदालत परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। यह जरूरी है कि न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और वादकारियों को न्यायिक प्रक्रिया के दौरान उनकी सुरक्षा की गारंटी हो। उन्होंने कहा, इस तरह की जानलेवा घटनाओं का न्यायिक प्रणाली पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ रहा है।