नई दिल्ली : हौज काजी इलाके में महज स्कूटी पार्किंग को लेकर हुए विवाद को सोशल मीडिया ने ऐसा उछाला कि दोनों समुदाय के बीच नफरत की आग लग गई। वाट्सएप ग्रुप, फेसबुक, यू-ट्यूब पर वीडियो वायरल करते हुए कहा गया कि एक मुस्लिम युवक हौज काजी में मॉबलिंचिग का शिकार हो गया।
वीडियो में कुछ लोग नशे में एक युवक को बुरी तरह पीट रहे थे। देखते ही देखते थाने पर समुदाए के 400-500 लोग जमा हो गए, जिन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। असल मामला तो पार्किंग को लेकर झगड़े का था, जिसमें दूसरे पक्ष ने आस मोहम्मद को पीटा था। पुलिस अपनी कार्रवाई कर भी रही थी। मगर इसी बीच रात करीब 12.30 बजे भीड़ थाने से सीधे घटना स्थल दुर्गा मंदिर के पास ‘गली चाबूक सवार’ पर पहुंच गई।
जहां उन्होंने पहले तो आस मोहम्मद से झगड़ा करने वाले राजीव गुप्ता के घर पर पत्थर फेंके, जिसके बाद शरारती तत्वों ने सामने गली में मंदिर पर भी पथराव कर दिया, जिसमें मंदिर के शीशे टूट गए और मूर्ति विखंडित हो गई। इसके बाद सोशल मीडिया पर भीड़ द्वारा मंदिर पर पथराव और वहां मूर्तियों को खंडित करने के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। देखते ही देखते आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। दोनों ओर से नारेबाजी होने लगी।
थोक मार्केट को करोड़ों का नुकसान.. हौज काजी इलाके में हुए बवाल के बाद सोमवार सुबह कुछ लोगों ने अपनी-अपनी दुकानें खोल दीं थीं। मगर जब लोग की भीड़ जमा होती गई और रह-रहकर नारेबाजी होती रही तो कारोबारी लोग भी दहशत में आ गए। दिन भर में कई चावड़ी बाजार, अजमेरी गेट, हौजकाजी, लालकुंआ मार्केट में भगदड़ मची। हालात को देखते हुए सभी दुकाने बंद हो गईं। सूत्रों की माने तो इस प्रकरण के कारण पुरानी दिल्ली के इस थोक बाजार को कारोड़ों रुपए का और सरकार को टैक्स के रूप में मिलने वाली मोटी राशि का नुकसान हुआ है। वहीं भगदड़ के बीच लोगों ने अपने बच्चों को घरों में ही बैठाकर रखा।
दर्ज होगा माहौल खराब करने का मुकदमा
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो पक्षों में मारपीट में क्रॉस केस के अलावा इस मामले में माहौल खराब करने और बवाल करने का भी मामला दर्ज होगा। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। फिलहाल दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता लॉ-एंड-ऑर्डर कायम करना है। पुलिस सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो, सीसीटीवी फुटेज व फोटो से माहौल खराब करने वालों की पहचान कर रही है।
एसएचओ नहीं मिलनसार इसलिए बढ़ा बवाल… किसी भी इलाके में लोगों के बीच भाईचारा बनाए रखने के लिए लोकल थाने का एसएचओ एहम भूमिका निभाता है। अगर एसएचओ मिलनसार न हो तो इलाके में क्या कुछ हो सकता है, इसका अंदाजा हौज काजी इलाके में रविवार रात हुए बवाल के बारे में जानकर लगाया जा सकता है। दरअसल, हौज काजी इलाके में रहने वाले सामाजिक लोगों का कहना है कि एसएचओ हौज काजी सुनील कुमार बिल्कुल भी मिलनसार नहीं हैं।
वह इलाके के आम लोगों से मिलना तो दूर, इलाके के सामाजिक आयोजन से जुड़े लोगों से भी मिलना पसंद नहीं करते। यही कारण है कि रविवार रात इलाके में इतना तनाव बढ़ गया। अन्य इलाकों में देखा जाता है कि समय-समय पर इलाके में भाईचारा बनाए रखने के लिए गठित की गई अमन कमेटी की मीटिंग कराई जाती है, जिसमें हर समाज के सझदार लोग मौजूद रहते हैं और वह इलाके में लोगों से शांति बनाए रखने के लिए लोगों से अपील करते हैं। कहा जा रहा है कि अगर एसएचओ ने समाज के लोगों के साथ मीटिंग की होती तो शायद इलाके के लोग हुड़दंगियों का समर्थन करने के बजाए पुलिस को सहयोग कर रहे होते। बात इतनी नहीं बिगड़ती।
रात तीन बजे तक चला बवाल… घटना स्थल पर देर रात करीब तीन बजे तक रुक-रुककर बवाल होता रहा। तड़के चार बजे तक पुलिस ने दोनों समुदाए के लोगों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सोमवार सुबह करीब 7 बजे कुछ लोगों ने फतेहपुरी मस्जिद के बाहर एकत्र होकर धार्मिक नारेबाजी की, जिसके बाद दोबारा इलाके में तनाव पैदा हो गया।
इस बवाल की कवरेज करने पहुंची मीडियाकर्मियों को भी भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ा। दो फोटोग्राफर के साथ मारपीट हुई, जिसमें एक फोटोग्राफर का सिर फट गया और उसका कैमरा भी तोड़ दिया गया। खबर लिखे जाने तक भी इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ था। वहीं लोकल पुलिस के अलावा सोमवार को इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात कर इलाके को छावनी में बदल दिया गया है।
क्या था पूरा मामला… पुलिस के मुताबिक वारदात पुरानी दिल्ली के लालकुंआ स्थित हमदर्द दवाखाने के पास गली चाबुक सवार वाली में हुई। पेशे से कारोबारी आस मोहम्मद (32) अपने परिवार के इलाके में ही रहते हैं। इसी गली में संजीव गुप्ता (28) अपने परिवार के साथ रहते हैं। रविवार रात करीब दस बजे आस मोहम्मद अपनी स्कूटी को संजीव की दुकान के सामने पार्क करने लगा। संजीव के विरोध करने पर आस मोहम्मद ने जिद पकड़ ली कि वह स्कूटी यहीं पर पार्क करेगा। दोनों के बीच कहासुनी के बाद दोनों ओर से तीन-चार युवक वहां पहुंच गए। इनके बीच मारपीट भी हो गई। रात करीब 10.25 बजे झगड़े की पहली पीसीआर कॉल हुई।
मौके पर पहुंचे ज्वाइंट सीपी
हालात बिगड़ते देख सेंट्रल रेंज के ज्वाइंट सीपी राजेश खुराना भी मौके पर पहुंच गए। इसके अलावा डीसीपी एमएस रंधावा, नूपुर प्रसाद, अमित शर्मा आदि सीनियर ऑफिसर मौके पर हालात संभाले हुए थे। वे लगातार दोनों समुदाए के लोगों को समझाने का प्रयास करते रहे। हालात को देखते हुए घटना स्थल की ओर आने वाले सभी मार्गों पर बेरीकेडिंग कर दी गई।