रांची : झारखंड में आगामी 28 मई को होने वाले सिल्ली और गोमिया विधानसभा उप चुनाव को लेकर सत्तारुढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दो घटक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) के बीच तकरार की स्थिति बनी हुई है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद लक्ष्मण गिलुवा और संगठन महामंत्री धर्मपाल ने आज रांची में आजसू पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो से मुलाकात की, लेकिन इस बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकल सका। आजसू पार्टी दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारने के निर्णय पर अपना अडिग है।
भाजपा की ओर से आजसू पार्टी को यह भी ऑफर दिया गया कि गोमिया से उनकी ओर से घोषित अधिकृत प्रत्याशी लंबोदर महतो भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़े और सिल्ली में पार्टी की ओर से पहले ही आजसू पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की जा चुकी है।
बताया गया है कि आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। आजसू पार्टी की ओर से दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारे जाने के निर्णय के बाद भाजपा ने भी गोमिया सीट पर लंबोदर महतो की जगह अन्य उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा शुरु कर दी है। भाजपा की ओर से छह बार विधायक रहे छत्रुराम महतो, पूर्व विधायक माधवलाल के अलावा आजसू पार्टी से भाजपा में गये गुणानंद महतो, लक्ष्मण नायक समेत अन्य नामों पर भी चर्चा हो रही है।
भाजपा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 रवींद्र कुमार राय ने कहा कि पार्टी की ओर से गठबंधन धर्म का निर्वहन किया जा रहा है और आजसू पार्टी गठबंधन धर्म निभाये। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी भाजपा ने व्यापक जनाधार रहने के बावजूद लोहरदगा विधानसभा उपचुनाव में आजसू को समर्थन दिया, लेकिन हार का सामना करना पड़े। उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी सत्ता में रहने का मजा और विपक्ष में रहने का आनंद एक साथ न ले।
इधर, आजसू पार्टी के वरिष्ठ नेता और जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने अपील की है कि उप चुनाव में भाजपा बड़े भाई की भूमिका निभाये। उन्होंने कहा कि गोमिया और सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की ओर से व्यापक तैयारियां की गयी है और पार्टी की स्थिति मजबूत है। उपचुनाव के मसले पर निर्णय लेने के लिए कल प्रदेश भाजपा कोर कमेटी की बैठक में कोई बड़ा फैसला लिये जाने की संभावना है।
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