कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से आग्रह किया है कि वह दिल्ली सरकार और केंद्र को अस्पतालों के 70 फीसदी बेड कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए तैयार एवं आरक्षित करने का निर्देश दे। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन तभी खोला जाना चाहिए जब संक्रमण की मौजूदा दर 27 फीसदी से घटकर 10 फीसदी हो जाए।
आयोग के समक्ष दायर अपनी याचिका में पूर्व केंद्रीय मंत्री माकन ने कहा कि दिल्ली में लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए मानवाधिकार आयोग के तत्काल दखल की जरूरत है। उन्होंने यह याचिका उस वक्त दी है जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों को बेड की उपलब्धता नहीं होने की वजह से अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जा रहा है।
‘Open Delhi only if Covid positivity ratio reduces to 10 per 100’: Ajay Maken moves NHRC
With only 8% of 57000 beds occupied by COVID patients-
Maken seeks 70% hospital beds to be reserved for COVID patients by Delhi govt-Moves NHRChttps://t.co/94xcnpnHN5 via @NewIndianXpress
— Ajay Maken (@ajaymaken) June 9, 2020
माकन ने ट्वीट किया, ‘‘हम आपसे आग्रह करते हैं कि दिल्ली सरकार को राष्ट्रीय राजधानी में लोगों के जीवन की रक्षा करने का निर्देश दिया जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व गृह राज्य मंत्री (प्रभारी मानवाधिकार विभाग) के तौर पर मैं यह निर्देश जारी करने की मांग करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का रुख कर रहा हूं कि दिल्ली एवं केंद्र सरकार अस्पतालों में 70 फीसदी बेड कोविड मरीजों के लिए तैयार एवं आरक्षित करें।’’
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मानवाधिकार आयोग के प्रमुख न्यायमूर्ति एच एल दत्तू को लिखे पत्र में माकन ने कहा कि दिल्ली सरकार को डाक्टर महेश वर्मा समिति की रिपोर्ट के मुताबिक 10,000 वेंटिलेटर और 42,000 बेड तैयार रखने होंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन तभी खोला जाए जब जांच के मुकाबले संक्रमण का अनुपात 27 फीसदी से घटकर 10 फीसदी हो जाए।’’