देहरादून : कांग्रेस ने सीबीआई निदेशक को जबरन छुट्टी पर भेजने के विरोध में देहरादून स्थित सीबीआई मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने इस फैसले के पीछे राफेल घोटाले के तार जुड़े होने का आरोप लगाया। राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मांग की उठाई कि पीएम नरेंद्र मोदी प्रकरण पर इश्वेत पत्र जारी कराया जाए। कांग्रेसी प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता शुक्रवार को इंदिरानगर स्थित सीबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय के गेट पर एकत्र हुए।
यहां केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने सीबीआई निदेशक को असंवैधानिक और अनुचित तरीके से लंबी छुट्टी पर भेजा है। इस फैसले से पूरा देश शर्मसार है। सीबीआई देश की प्रमुख जांच एजेंसी होने के साथ ही लोकतंत्र का एक मजबूत स्तंभ भी है। सरकार के इस फैसले के पीछे राफेल घोटाले के तार जुड़े हैं। कई उच्चस्तरीय मामलों में सरकार के मनमाफिक जांच नहीं करने की गाज सीबीआई निदेशक पर गिराई गई है। आरोप लगाया कि भाजपा शासन में सीबीआई, आरबीआई, ईडी, सीवीसी, यूपीएससी जैसी संवैधानिक संस्थाओं का अपने हित में दुरुपयोग किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ : सीबीआई मुख्यालय के बाहर कांग्रेस का धरना
इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय न्याय व्यवस्था प्रणाली की बदनामी हो रही है। बाद में प्रदेश कांग्रेस ने सीबीआई शाखा प्रमुख अखिल कौशिक के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी प्रेषित किया जिसमें मांग की गयी है कि केन्द्र अपने इस फैसले को तुरंत वापस ले और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री देश की जनता से माफी मांगें। प्रदर्शन करने वालों में पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, राजेंद्र भंडारी, राजेंद्र शाह, गोदावरी थापली, आशा टम्टा, सुनीत राठौर, नवीन पयाल, सुधीर सुनेहरा शामिल रहे।