दिल्ली में आबकारी घोटाला मामला काफी सुर्खियों में बना हुआ।जिसको लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी लगातार एक-दूसरे पर हमला कर रही है। बता दें इस मामले पहले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और फिर उनके इस्तीफे के बाद से ही राजधानी का सियासी पारा बढ़ता जा रहा है, लेकिन दिल्ली का राजनीतिक तापमान कल उस वक्त चरम पर पहुंच गया, जब सीबीआई ने कथित शराब घोटाला में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सम्मन जारी कर रविवार को पेश होने का फरमान सुना दिया।
आपको बता दें कि सीएम केजरीवाल को सीबीआई द्वारा नोटिस भेजे जाने पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी शुरु से ही कहती आ रही है कि शराब घोटाले के असली मास्टरमाईंड दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं।उन्होंने कहा कि सीबीआई की पूछताछ में उनके पीए ने अरविंद केजरीवाल का सीधा नाम लेते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी में मनीष सिसोदिया के साथ उनके घर पर डीलिंग हुई थी।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने शराब घोटाले के करोड़ों रुपये गोवा के 2022 चुनाव अभियान में खर्च किये हैं।उनका कहना है कि शराब घोटाले के असली मास्टर माईंड अरविंद केजरीवाल हैं और इसकी जांच से बचने के लिए हर दिन नए-नए आडंबर रचते रहे हैं, लेकिन जांच आगे बढ़ने के बाद सीबीआई ने उन्हें पेश होने के लिए सम्मन जारी किया है, यानी अब उनका शराब घोटाले की आंच से बचना संभव नहीं।
तो वहीं दूसरी तरफ सीबीआई द्वारा सीएम केजरीवाल को तलब किए जाने पर दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति लाकर दिल्ली के राजस्व का नुकसान किया।इसके अलावा, समाज को भी प्रताड़ित किया। केजरीवाल सरकार ने युवाओं को नशे की ओर धकेलने का काम किया। गरीबों को बर्बादी की ओर धकेला और आबकारी नीति के विरुद्ध आंदोलन करने वाली महिलाओं पर लाठियां बरसवाई।