दक्षिणी दिल्ली : राजधानी में तेज बरसात के बीच गुरुवार को जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों का सीएए व एनआरसी के खिलाफ 33वें दिन धरना-प्रदर्शन जारी है। बरसात के बावजूद भी धरना स्थल पर भारी संख्या में लोग एकजुट हुए। इस मौके पर छात्रों का समर्थन करने के लिए कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद भी पहुंचे। उन्होंने छात्रों को संबोधित भी किया।
उन्होंने कहा कि जो छात्र माह भर से सीएए व एनआरसी के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे हैं, इन छात्रों ने एक मिसाल कायम की है। लेकिन इनकी सुध लेने के लिए कोई नहीं आया। उन्होंने कहा कि सरकार अगर छात्रों के बीच आती तो छात्रों का यह प्रदर्शन इतना लंबा नहीं होता।
शांति से सारे मसले सुलझाए जा सकते थे। स्टूडेंट्स इस्लामिक आर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया के नेशनल सेक्रेटरी तल्हा अब्दाल ने कहा कि सरकार हमसे अपनी बात तानाशाही के तरीके से नहीं मनवा सकती। प्रदर्शनों में महिलाओं की सक्रिय भूमिका पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अगर हमारी औरतें खाना बना सकती हैं तो वे सरकार के खिलाफ लड़ भी सकती है।
मांग रहे आजादी
जामिया के बाहर भारी संख्या में छोटे बच्चे भी एकजुट हुए। उनके हाथों में तिरंगा और मुंह पर आजादी के नारे सुनने को मिल रहे थे। बच्चों ने कुछ खट्टी तो कुछ मीठी बातें की। बच्चों ने कहा कि अगर हम गलत है तो सरकार की तरफ से कोई यहां पर हमारी सुध लेने क्यों नहीं आता। वहीं हम सच्चे हैं, इसलिए कोई नहीं आ रहा है।
ये सरकार नहीं चाहिए
यहां पर छात्रों के साथ मुस्लिम महिलाएं भी बैठी थीं। यहां पर संबोधित करते हुए एक छात्रा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हमको धर्म के आधार पर बांटना चाहती हैं। देश में एनसीआर लागू किया जाएगा। हमसे नागरिकता सिद्ध करने के लिए जन्म प्रमाण पत्र मांगे जाएंगे। उन्होंने कहा कि देश में गरीब, दलित के पास कुछ भी नहीं दिखाने के लिए।