केंद्र सरकार के बजट को जन विरोधी करार देते हुए मार्क्सईवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मंगलवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रधानमंत्री मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। सीपीआई नेताओं ने जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार के जनविरोधी बजट के खिलाफ दिल्ली प्रदेश कमेटी ने इस धरना प्रदर्शन का आयोजन किया है। इस धरने में सीपीआईएम के महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी ने राज्य के नेतृत्व के साथ धरने को संबोधित किया है। बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने देश में बढ़ती मंहगाई पर रोक लगाओं जैसे नारे दिए है, उन्होंने खाद्य साम्रगी और दूध दही दवांईयों के दाम कम करने की बात कही है।
बजट से नहीं मिला आम जनता को फायदा
येचूरी ने कहा कि केंद्र सरकार के बजट-2023 में न जनता को रोजगार दिया गया, न बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही गई। हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि सरकारी संस्थानों को एक के बाद एक करके बेचना बंद कर दिया जाए। निजी कंपनियों और खासकर कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को केंद्र फायदा पहुंचना बंद करे।
देश के कुछ ही लोग हो रहे है अमीर
सरकार की नीतियों से जनता बेहाल हो रही हैं और कुछ चुनिंदा लोग मालामाल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को देश में रोजगार के अवसर देने के लिए, महंगाई पर रोक लगाने के लिए और अन्य स्मास्यों को दूर करने के लिए तत्काल सरकारी निवेश को बढ़ाना होगा।
भाजपा को देश में बढ़ती मंहगाई को लेकर घेरा
इस प्रदर्शन के दौरान सीपीआईएम कार्यकतार्ओं द्वारा जंतर मंतर पर महंगाई पर रोक लगाओ, खाद्य दवाओं के दाम कम करने, जन विरोधी बजट लाने वाली सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। गौरतलब है कि सीपीआई (एम) की दिल्ली इकाई के साथ- साथ तेलंगाना इकाई ने भी हैदराबाद में बीजेपी सरकार के बजट के विरोध में मंगलवार को प्रदर्शन किया।