भारत की राजधानी दिल्ली में एक आज के दिन खौंफनाक मामला सामने आया जिसने राज्य के आम लोगों के दिल में दहशक पैदा कर दी हैं। यह राजधानी में कथित तौर से अवैध हथियार की आपूर्तिकर्ता करता था । हालांकि, इस कारोबार को चलाने वाली शख्स 32 वर्षीय है औऱ इसके पास 15 अत्याधुनिक अर्द्ध-स्वचालित पिस्तौल एवं 45 कारतूस जब्त किए गए। इस बात की पूर्ण जानकारी पुलिस के द्वारा सांझा की गई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इन बड़े पैमानों में हथियारों का लेन-देन दिल्ली और यूपी के आंतकी संगठनों के बीच में किया जाता था।
आरोपी के पास बरामद किए गए 15 पिस्तौल और कारतूस
पुलिस के अनुसार उत्तर प्रदेश के बागपत जिला में एक गांव का निवासी दिलशाद हथियारों की अवैध खरीद एवं बिक्री में शामिल था।पुलिस उपायुक्त (विशेष) राजीव रंजन सिंह ने कहा कि सोमवार को उन्हें सूचना मिली कि अंतरराज्यीय हथियार आपूर्तिकर्ता दिलशाद किसी अज्ञात खरीददार को बेचने के लिए अवैध हथियारों की बड़ी खेप के साथ धौला कुआं से रिंग रोड होते हुए नारायणा से गुजरेगा। उन्होंने बताया कि शाम करीब पांच बजकर 40 मिनट पर जब दिलशाद वहां पहुंचा तो उसे तुरंत पुलिस ने काबू में कर लिया।अधिकारी ने बताया कि तलाशी लेने पर उसके पास से 15 अर्द्ध-स्वचालित पिस्तौल और 45 कारतूस बरामद किए गए। सिंह ने कहा कि पूछताछ करने पर यह खुलासा हुआ कि दिलशाद उत्तर प्रदेश के कैरान में स्थानीय हथियार निर्माताओं से हथियार खरीदता था और उन्हें बागपत तथा शामली में बेचता था।उन्होंने कहा, ‘‘जब्त हथियारों की दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश में विभिन्न माफिया सरगनाओं को आपूर्ति की जानी थी। आरोपी पर शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।’’उन्होंने कहा कि आरोपी को संबंधित निचली अदालत में पेश किया गया जहां से उसे चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।