नई दिल्ली : राजधानी में प्रदूषण स्तर रात के समय एक बार फिर खतरनाक स्थिति तक पहुंच चुका है। हालात ये हैं कि द्वारका, अलीपुर, आनंद विहार, मुंडका सहित अन्य क्षेत्रों में रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक सांस लेना दूभर हो जाता है। हालांकि दिन में धूप तेज होने के साथ इसमें सुधार देखा जा रहा है लेकिन शाम ढलते ही स्थिति फिर भयावह होने लगती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पिछले दो माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
राजधानी में रविवार को पीएम 10 का स्तर 327 आंका गया वहीं पीएम 2.5 का स्तर 130 पर रहा जो समान्य के मुकाबले तीन गुना से अधिक है। वहीं दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार अलीपुर में सुबह नौ बजे पीएम 10 का स्तर 520, बवाना में सुबह आठ बजे पीएम 10 का स्तर 565, आईजीआई पर सुबह पीएम 10 का स्तर 740, ओखला में रात 12 बजे पीएम 10 का स्तर 460 पर रहा। वहीं द्वारका में पीएम 2.5 का स्तर 229 पर रहा।
बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों की माने तो रात के समय मौसम में आए बदलाव के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। वहीं पर्यावरणविद् दीवान सिंह ने बताया कि हवा का दवाब कम होने के कारण प्रदूषण के कण बाहर नहीं निकल पाते। यदि हवा में गति बनी रहती है तो प्रदूषण के विकाल स्थिति नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कई क्षेत्रों में निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है जो प्रदूषण का बड़ा कारण है।