दिल्ली के हुमायूं मकबरे में दारा शिकोह की कब्र मिलने के सच का पता जानने के लिए संस्कृति मंत्रालय की ओर से गठित कमेटी ने 11 जनवरी 2021 (सोमवार) को हुमायूं मकबरे का दौरा किया। इसमें दिल्ली नगर निगम के इंजीनियर संजीव कुमार सिंह भी साथ मौजूद रहे, जिन्होंने मकबरे में दारा शिकोह की कब्र खोजने का दावा किया है। इस दौरे पर मकबरे में कब्रों को देखा गया और तहकीकात की गई, साथ ही दावे पर चर्चा भी की गई। साथ ही कमेटी के एक मेंबर को अभी भी दावे पर संदेह है। हालांकि कमेटी के सभी मेम्बर्स अपनी-अपनी रिपोर्ट मिनिस्ट्री को जल्द सौंपेंगे।
दिल्ली नगर निगम के इंजीनियर संजीव कुमार सिंह ने हुमायूं मकबरे में जिस कब्र को दारा शिकोह की कब्र बताई है, उस दावे से कमेटी के अधिकांश सदस्य सहमत हैं। हालांकि कमेटी के एक सदस्य जमाल हसन को अभी भी संदेह है। इस कमेटी के एक मेम्बर डॉ. बी.आर. मणि ने बताया, हमारा कल का दौरा अच्छा था, कमेटी के जिन लोगो ने कब्र नहीं देखी थी उन्होंने भी देख लिया। सबकी अपनी-अपनी राय है। अब हमारी रिपोर्ट मिनिस्ट्री को जाएगी। हालांकि कमेटी के अधिकांश लोग संजीव सिंह के दावे से संतुष्ट हैं।
दरअसल, संस्कृति मंत्रालय ने हुमायूं के मकबरे में दफन दारा शिकोह की कब्र ढूंढने के लिए बीते साल जनवरी में कमेटी बनाई थी। इस कमेटी में आर.एस. बिष्ट, बी.आर. मणि, के.एन. दीक्षित, डॉ. के.के. मुहम्मद, सैयद जमाल हसन, बी.एम. पांडेय शामिल हैं। यह कमेटी कब्र खोजने में जुटी हुई थी। खास बात है कि जिस हुमायूं मकबरे में दारा शिकोह की कब्र खोजने का दावा किया गया है, उससे साढ़े 5 किलोमीटर की दूरी पर ही दारा शिकोह रोड भी है।
मुगल शासक शाहजहां के चार बेटों में से एक दाराशिकोह की 1659 में उसके ही भाई औरंगजेब ने राजगद्दी की लड़ाई के दौरान हत्या कर दी थी। दारा शिकोह भारतीय उपनिषद और भारतीय दर्शन का विद्वान होने के साथ उदारवादी व्यक्ति भी थे। उदारवादी नजरिए के कारण ही मुगलशासकों में सिर्फ दारा शिकोह के चरित्र को भाजपा का मातृसंगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पसंद करता है। ऐसे में वर्तमान सरकार में दारा शिकोह की कब्र की चल रही इस खोज के काफी मायने हैं।