नई दिल्ली : दंगा प्रभावित क्षेत्रों चांद बाग, जाफराबाद, भजनपुरा, यमुना विहार और मौजपुर में सुरक्षा बलों ने बुधवार को फ्लैग मार्च निकाला। दिल्ली में दंगों के कारण अब तक करीब 27 लोगों की मौत हो चुकी है। इलाके में सोमवार से जारी छिटपुट हिंसा, भीड़ द्वारा दुकानों में लूटपाट करने और संपत्तियों में आग लगाए जाने के बाद आज दुकानें और स्कूल बंद रहीं और गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
अधिकारियों ने दिन में बताया कि सोमवार से जारी हिंसा में 20 लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि मृतकों की संख्या अब 27 तक पहुंच चुकी है। जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार ने बताया अब तक हमने 200 मरीजों का इलाज किया है। अधिकांश घायलों को छुट्टी दे दी गई है, 35 मरीज अभी भी हमारे पास भर्ती हैं। आज हमें सुबह से 16 मरीज मिले, उनमें से कोई भी सीरियस नहीं है।
चांद बाग इलाके में काफी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और सुरक्षा बलों ने किसी को भी सड़क पर निकलने की अनुमति नहीं दी। कुछ गलियों को बंद कर दिया गया और निवासियों का कहना है कि उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए उन्हें बंद किया है।
खुफिया ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा का शव जिस इलाके में पाया गया वहां सड़कों पर पत्थर और कांच के टुकड़े बिखरे हुए हैं जिससे स्पष्ट है कि इलाके में भारी पथराव हुआ। अधिकारियों ने बताया कि पथराव के कारण शर्मा की मौत हुई होगी। दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) एस. एन. श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनदीप सिंह रंधावा कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने भजनपुरा इलाके में थे।