दिल्ली जल बोर्ड (डीजीबी) के उपप्रमुख राघव चड्ढा ने शनिवार को कहा कि यमुना नदी में घटता जलस्तर शहर के कई हिस्सों में पेयजल की कमी का कारण बन रहा है और यह आने वाले दिनों में दिल्ली के अस्पतालों को भी प्रभावित कर सकता है। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से यमुना में और पानी छोड़ने का आग्रह किया है, ताकि राष्ट्रीय राजधानी में पेयजल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो सके।
चड्ढा ने कहा कि वजीराबाद तालाब में पानी का स्तर सामान्य स्तर 674.5 फुट से गिरकर 667.20 फुट पर आ गया है क्योंकि हरियाणा नदी में कम अनुपचारित जल (भूजल, वर्षाजल, कुएं का पानी) छोड़ रहा है। वजीराबाद कुंड से पानी को शोधन के लिए वजीराबाद, ओखला और चंद्रावल जलशोधन संयंत्रों में ले जाया जाता है।
यमुना में गिरते पानी के स्तर के वजह से वज़ीराबाद, चन्द्रावल व ओखला जल प्रशोधन संयंत्र में पानी कम मात्रा में उत्पादन हो रही है एवं कई रिहायशी इलाकों में पानी की किल्लत हो रही है। आनेवाले दिनों में दिल्ली के अस्पतालों पर भी असर पड़ सकता है। इस कोरोना काल मे दिल्ली की मदद करें। pic.twitter.com/dvFpZn69Wa
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) May 1, 2021
उन्होंने ट्वीट किया, “यमुना में घटते जलस्तर के कारण तीनों संयंत्रों में पानी का उत्पादन घट गया है। इससे कई आवासीय इलाकों में पानी की कमी हो गई है। यह आने वाले दिनों में दिल्ली में अस्पतालों को भी प्रभावित कर सकता है। कोरोना वायरस के समय में दिल्ली की कृपया मदद करें।” दिल्ली जल बोर्ड ने कि नदी में पानी के घटते स्तर के कारण कहा कि पेयजल आपूर्ति मध्य दिल्ली, उत्तर दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, पश्चिम दिल्ली के कई हिस्सों में प्रभावित हुई है।