दक्षिणी दिल्ली: अवैध देसी शराब सिर्फ स्वास्थ्य पर ही प्रभाव नहीं डालती है, बल्कि परिवार के सौहार्द को भी प्रभावित करती है। इसकी बानगी संगम विहार जैसे जेजे क्लस्टर के इलाकों में देखी जा सकती है, जहां अवैध शराब की तस्करी पर लगाम लगाने के बाद घरेलू कलह के मामले स्वतः कम हो गए। दरअसल, संगम विहार, नेब सराय और फतेहपुर बेरी जैसे सीमावर्ती इलाकों में पुलिस ने अवैध शराब की तस्करी रोकने के लिए विशेष टीमों का गठन किया हुआ है, जहां पुलिस की टीमें सिर्फ लग्जरी कार पर ही नहीं, बल्कि एंबुलेंस से लेकर साइकिल और स्कूटर तक पर निगरानी रखती हैं। जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिले में अवैध शराब की तस्करी के कई नए तरीके देखने को मिले हैं।
यहां जहां वाट्सएप पर ऑर्डर लेकर पिज्जा की तर्ज पर अवैध शराब घर-घर तक पहुंचाई जाती रही है, तो वहीं शादियों में अवैध शराब की आपूर्ति करने के लिए लग्जरी कार में सज-धज कर लड़के निकलते हैं, जिससे पकड़े जाने पर वह खुद को बाराती घोषित कर सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नववर्ष की लिहाज से जिले में अवैध शराब की सप्लाई को लेकर कड़ी निगरानी बरती जा रही है। खासकर, संगम विहार में एसएचओ उपेंद्र सिंह, नेब सराय में एसएचओ कुलदीप सिंह की टीम पिकेटिंग लगाकर तस्करों पर नजर बनाए हुए हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि संगम विहार थाना पुलिस ने अकेले इस वर्ष अक्टूबर तक 50 से अधिक एक्साइज के मामले पकड़े हैं, जिसमें 5877 लीटर अवैध शराब मिली है।
इसके अलावा एक मामले में तो अवैध शराब की तस्करी करने वाले दो लड़के बकायदा कानून की पढ़ाई कर रहे थे। दोनों आरोपी अंग्रेजी शराब की अवैध बोतलें बरामद हुई थीं। वहीं नेब सराय थाना पुलिस ने एक्साइज एक्ट में इस वर्ष 38 मामले दर्ज किए हैं, जिसमें तीन हजार लीटर से अधिक अवैध शराब की बोतलें बरामद की गई हैं। एसएचओ कुलदीप सिंह की टीम ने इस वर्ष 40 से अधिक आरोपियों को पकड़ा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि नववर्ष से पहले अवैध शराब की मांग बढ़ जाती है, जिसमें बदमाश नई नई तरकीबों को इजाद करते हैं। पुलिस को आशंका है कि इस वर्ष वह पुलिस से बचने के लिए खुद एंबुलेंस जैसी दिखने वाली गाड़ी में शराब की तस्करी कर सकते हैं, इसलिए पुलिस ऐसी गाड़ियों पर भी निगरानी रखेगी। दक्षिणी जिला पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने बताया कि दूसरे राज्यों व जिलों की पुलिस से बातचीत करके अवैध शराब की तस्करी को रोकने के लिए पुलिस प्रयासरत है।
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– रवि भूषण द्विवेदी