राजधानी दिल्ली में शिक्षक के द्वारा एक बच्चे को पीटे जाने को लेकर सिर में चोट घायल हो गई । इस दुर्घटना से 12 वर्षीय एक बच्चे की अस्पताल में देरी से भर्ती होने के कारण मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक छठी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र को उसके पिता ने उन्य दिन की तरह ही 7 अक्टूबर को भी ग्रेटर नोएडा के बादलपुर क्षेत्र के एक स्कूल में छोड़ा। हालांकि, स्कूल(school) खत्म होने से ठीक पहले, पिता को स्कूल से फोन आया कि उनका बेटा प्रिंस बेहोश हो गया। वह अपने बेटे को पास के स्वास्थ्य क्लिनिक(health clinic) ले गया, जिसने उसे अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल ने बच्चे को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया। हालांकि, परिजन सफदरजंग अस्पताल पहुंचे, लेकिन बेड के अभाव में उन्होंने बच्चे को भर्ती नहीं किया। वह राम मनोहर लोहिया(Ram Manohar Lohia ) अस्पताल और फिर जीबी पंत गए, लेकिन वहां भी बच्चे को भर्ती नहीं किया गया।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक आखिरकार एलएनजेपी अस्पताल में उनके बेटे के लिए बेड मिला। अगली सुबह प्रिंस का ऑपरेशन किया गया। हालांकि कुछ घंटे बाद शनिवार की शाम बच्चे की मौत हो गई। इस बीच, बच्चे के पिता ने कहा कि जब उसने स्कूल(SCHOOL) में घटना के बारे में पूछताछ की, तो प्रिंस के दोस्तों ने उसे बताया कि उसे उसके शिक्षक(teacher) ने पीटा था। उन्होंने कहा कि उनके बेटे के सीने, जांघों, कंधे, पीठ पर चोट के निशान थे। परीक्षा में फेल होने के कारण शिक्षक(teacher) द्वारा बच्चे को तीन बार डंडे से मारा गया था। जिसके बाद वह नीचे गिर गया और उल्टी करने लगा और बाद में कक्षा में ही बेहोश हो गया।