दिल्ली एयरपोर्ट पर लगातार बढ़ रही भीड़ की शिकायतें बढ़ने के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल तीन औचक निरीक्षण किया।बता दें कि सिंधिया के कार्यालय द्वारा जारी एक वीडियो में कहा गया है, 'यह मंत्री का हवाईअड्डे का औचक दौरा था और उन्होंने सभी संदिग्ध भीड़भाड़ वाले इलाकों का निरीक्षण किया और भीड़भाड़ से बचने के लिए अधिकतम सुनिश्चित करने के लिए हवाईअड्डे के कर्मचारियों से बातचीत की।'
पीक टाइम के दौरान उड़ानों की संख्या कम
आपको बता दें कि अधिकारियों को प्रवेश द्वारों की संख्या बढ़ाने और चेक-इन प्वांइट पर मशीनों की संख्या बढ़ाने की सलाह दी गई है। इसके अलावा संबंधित अधिकारियों को पीक टाइम के दौरान उड़ानों की संख्या कम करने के लिए कहा गया है।इससे पहले पिछले सप्ताह के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हवाई अड्डे के संचालक डायल के साथ मिलकर हवाई अड्डे पर तत्काल उपचारात्मक उपायों के रूप में 4-सूत्रीय कार्य योजना बनाई थी।
योजना में दो प्रवेश प्वांइट भी शामिल
योजना के अनुसार मौजूदा 14 एक्स-रे स्क्रीनिंग सिस्टम को बढ़ाकर 16 किया जाएगा। रिजर्व लाउंज विध्वंस और एक एटीआरएस मशीन और व मानक एक्स-रे मशीन भी जोड़ी जाएंगी। इस योजना में दो प्रवेश प्वांइट भी शामिल हैं। गेट 1ए और गेट 8बी को यात्रियों के उपयोग के लिए परिवर्तित किया जाएगा। पीक ऑवर प्रस्थान को घटाकर 14 करने के लिए उड़ानों की डिबंचिंग की जाएगी।
पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रही है भीड़
दरअसल, कुछ दिनों में विमानन यातायात में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है और दिल्ली और मुंबई सहित कई हवाई अड्डों पर यात्रियों की लंबी कतारें लगने लगी हैं। यात्रियों की संख्या प्रति दिन चार लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है। दिल्ली हवाई अड्डा देश के सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक है। यहां प्रतिदिन 1,100 से अधिक उड़ानें संचालित होती हैं। टी3 टर्मिनल सबसे व्यस्त है। 1-7 दिसंबर के बीच टी3 टर्मिनल से लगभग 500 घरेलू और 250 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें संचालित हुईं। भीड़ को ध्यान में रखते हुए ऑपरेटरों ने टी3 टर्मिनल से उड़ानों को स्थानांतरित करने की योजना बनाई है। इसके पहले 7 दिसंबर को हवाई अड्डों पर यात्रियों को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विभिन्न हितधारकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में की थी। बैठक में सीआईएसएफ, बीसीएएस और हवाई अड्डे के संचालकों सहित विभिन्न हितधारकों ने भी भाग लिया था।