पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद कथित तौर पर हुई हिंसा के खिलाफ दिल्ली बीजेपी कल यानी बुधवार को अपना धरना प्रदर्शन करेगी। राजघाट पर होने वाले इस प्रदर्शन में पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष भी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ शामिल होंगे।
पार्टी का दावा है कि दो मई को तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी के फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद से बंगाल में भाजपा के 38 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। संयोग से तृणमूल कांग्रेस, 1993 में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की याद में हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाती है।
ममता बनर्जी उस समय कांग्रेस की युवा इकाई की सदस्य थीं। राज्य सत्ताधारी दल ने चुनाव के बाद हुई हिंसा के आरोपों का कई बार खंडन किया है और कहा है कि बीजेपी चुनाव हारने के बाद तृणमूल की छवि खराब करना चाहती है। उन्होंने कहा, “कल पार्टी उन शहीदों को श्रद्धांजलि देगी जो पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा में मारे गए।”
दिल्ली में दिलीप घोष विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे जबकि पश्चिम बंगाल में कार्यकर्ता राज्य भर में इसी प्रकार का प्रदर्शन करेंगे। बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि “तृणमूल के लोगों द्वारा उनकी पार्टी के 20 हजार कार्यकर्ताओं को बेघर कर दिया गया।” उन्होंने चुनाव के बाद हुई हिंसा पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट का स्वागत किया और कहा कि इससे असली तस्वीर सामने आई है।