दिल्ली में त्यौहार के बाद से बाद से शुरू हुआ जहरीली हवा में सांस लेने का सिलसिला अभी थमता हुआ नहीं दिख रहा है। राजधानी में लागातार दूसरे दिन वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। आज दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 382 है। ये जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिन का अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहेगा। मंगलवार को दिल्ली का अधिकतम और न्यूनतम तापमान 28.6 प्रतिशत और 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो साल के इस समय के लिए सामान्य से एक डिग्री ज्यादा कम है। तापमान में गिरावट और हवा की दिशा में बदलाव के साथ, राष्ट्रीय राजधानी का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 9.30 बजे सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) द्वारा 362 (बहुत खराब) दर्ज किया गया।
सुबह 9 बजे पीएम 2.5 और पीएम का स्तर क्रमश: 200 और 319 रहा। दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली ने कहा कि बुधवार को राजधानी का एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहेगा।उन्होंने आगे कहा, “उत्तर-पश्चिम दिशा से 925 एमबी पर आने वाली हवाएं धीमी हो गई हैं, लेकिन दिल्ली में पराली से संबंधित प्रदूषकों के परिवहन के लिए अनुकूल हैं। हालांकि, दिल्ली के पीएम 2.5 पर इसका प्रभाव धीरे-धीरे कम हो रहा है।”
पीएम 2.5 में आज फसल अवशेष जलाने की हिस्सेदारी 27 फीसदी है।सफर ने कहा कि एक्यूआई में और सुधार होने की संभावना है, लेकिन आंशिक रूप से बादल छाए रहने और मिली परत की ऊंचाई के कारण यह बहुत खराब श्रेणी में रहेगा।सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आद्र्रता 87 फीसदी दर्ज की गई।
आईएमडी ने कहा कि आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता गंभीर और बहुत खराब श्रेणी के रहने की संभावना है। साथ ही अगले पांच दिन उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे संभावित नुकसान हो सकता है।
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के बीच कराये गये सर्वेक्षण में पाया गया है कि इस क्षेत्र में हर पांच परिवारों में से चार परिवार प्रदूषित हवा के चलते एक या अधिक बीमारियों से जूझ रहे हैं। इस सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि 91 फीसदी दिल्ली निवासी मानते हैं कि प्रशासन इस दिवाली पर पटाखों के परिवहन, वितरण एवं बिक्री पर रोक की तामील कराने में पूरी तरह या आंशिक रूप से निष्प्रभावी रहा।