दिल्ली चुनावों में कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया होता दिख रहा है। वहीं कांग्रेस-आप गठबंधन को लेकर कांग्रेस ने कहा की यह परिणामों पर निर्भर करता है। कांग्रेस पार्टी नेता पीसी चाको ने कहा की एक बार परिणाम निकल जाए, उसके बाद ही हम उस पर चर्चा कर सकते हैं।
उन्होंने चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल को लेकर कहा की मुझे लगता है कि सर्वेक्षण सही नहीं हैं। सर्वेक्षणों की भविष्यवाणी से कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन की संभावना है। बता दें कि सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस को लगभग 0-1 सीट मिली है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की स्थिति पहले से बेहतर होती नजर आ रही है, लेकिन वह उसे सत्ता पर काबिज करने के लिए काफी नहीं है।
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एग्जिट पोल के अनुसार, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप को 53 से 57 के बीच सीटें मिल सकती हैं और वह दिल्ली में सरकार बनाने की स्थिति में हैं। जबकि बीजेपी को सिर्फ 11 से 17 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है, जबकि कांग्रेस को शायद ज्यादा से ज्यादा दो सीटें और कम से कम एक भी ना मिले।
कांग्रेस को 11 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर आशावान है। पार्टी ने 2013 के अपने प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद जताई है, जब उसने आठ सीटों पर जीत हासिल की। हालांकि, 2015 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने कोई सीट हासिल नहीं की, जिससे अरविंद केजरीवाल सत्ता में आए।
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने एग्जिट पोल का मजाक उड़ाया और कहा, "हम एग्जिट पोल पर विश्वास नहीं करते हैं, जो अक्सर गलत होते हैं। हम जानते हैं कि हमने दिल्ली की अधिकांश सीटों पर कड़ी टक्कर दी है और अच्छे नतीजों की उम्मीद है। लेकिन लोकतंत्र में, जनता जनार्दन है।" '