नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अपनी सभी गैर जरूरी सेवाओं को 31 मार्च तक स्थगित करने का फैसला किया है और साथ ही ऐसे विभागों के सभी कर्मचारियों को घर से ही काम करने का निर्देश दिया है। दिल्ली विधानसभा ने भी अपने कर्मचारियों की ड्यूटी रोस्टर तैयार करने वाले प्रभारी को मार्च के अंत तक अपने कर्मचारियों को बारी-बारी से बुलाने का निर्देश दिया। उल्लेखनीय है कि गैर जरूरी सेवाओं को स्थगित करने का फैसला मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सभी विभागाध्यक्षों की बैठक में किया गया।
सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘यह फैसला किया गया है कि दिल्ली सरकार की सभी गैर जरूरी सेवाएं 31 मार्च तक स्थगित की जाए। गैर जरूरी सेवाओं में कार्यरत सभी कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति होगी।’’विज्ञप्ति के मुताबिक, आवश्यक सेवाओं में कार्यरत 55 साल से अधिक उम्र के कर्मचारी भी घर से काम कर सकते हैं जिसका फैसला विभागाध्यक्ष करेंगे।विभागाध्यक्षों से कहा गया है कि वे उन कर्मचारियों की सूची तैयार करें जिन्हें घर से काम करने की अनुमति दी जा सकती है। निविदा के आधार पर काम करने वालों सहित सभी कर्मचारियों को इस अवधि का वेतन दिया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘ गत 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली के सभी अधिकारी और लोग इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। इसी की वजह से हम इस बीमारी को समुदाय के स्तर पर रोकने में सफल हुए हैं लेकिन इस स्थिति से निपटने के लिए और प्रयासों की जरूरत है।’’उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे अधिकारियों और कर्मचारियों की सेहत बहुत महत्वपूर्ण है…जिन कर्मचारियों की उम्र 55 साल से अधिक है , उन्हें घर से काम करने की अनुमति देने में प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि, हम आवश्यक सेवाओं जैसे डॉक्टर आदि में वरिष्ठ लोगों को राहत नहीं दे पाएंगे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग घर से काम कर रहे हैं वे फोन पर अपनी उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ यह सवैतनिक अवकाश नहीं है बल्कि घर से काम है। इस अवधि में लोग घर से काम करेंगे इसलिए उनके तनख्वाह में कटौती नहीं होगी।’’उल्लेखनीय है कि दिल्ली में कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि 16 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।