नई दिल्ली : दिल्ली सरकार द्वारा दी जाने वाली सार्वजनिक सेवाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए दिल्ली सरकार के डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमिशन (डीडीसीडी) ने शुक्रवार को जमील पावर्टी एक्शन लैब (जेपाल) दक्षिण एशिया के साथ एक एमओयू साइन किया।
एमओयू के तहत इस परियोजना का उद्देश्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना, सेवा वितरण मुद्दों की पहचान करना और फ्रंटलाइन कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों को बेहतर ढंग से निभाने के लिए प्रेरित करना है। पायलट परियोजना के रूप में सबसे पहले इसका इस्तेमाल सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की राशन की दुकानों में लाभार्थी के अनुभव का अध्ययन करने और मोहल्ला क्लीनिक में आने वाले लोगों के अनुभव एकत्र करने के लिए किया जाएगा।
दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार की फ्लैगशिप स्कीमों जैसे पीडीएस और मोहल्ला क्लीनिक के लिए लाभार्थियों के अनुभव में सुधार के लिए नियमित रूप से इन योजनाओं की निगरानी बहुत महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा यह भी गर्व की बात है कि हम नोबेल पुरस्कार विजेताओं की अगुवाई में कार्यरत एक ऐसे थिंक टैंक के साथ मिलकर काम कर रहे हैं जो भारत में पहली बार सरकारी योजनाओं में इस तरह के मॉडल को पेश कर रहा है। डीडीसीडी के उपाध्यक्ष जास्मिन शाह ने कहा कि कार्यक्रम क्रियान्वयन की गुणवत्ता का रियल टाइम मॉनिटरिंग डेटा एकत्र करने के लिए एक कॉल-सेंटर स्थापित किया जाएगा।