दिल्ली के पॉश इलाके रजौरी गार्डन से मर्डर का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक फ्लैट के अंदर से 35 साल की महिला का शव बरामद हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू कर दी थी। अब इस मामले में महिला के पति संग चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
महिला के शरीर के कई हिस्सों पर चाकू से वार के निशान मिले। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला कि मृतक महिला ने छह महीने पहले ही 71 साल के एसके गुप्ता नाम के बुजुर्ग से शादी रचाई थी। एसके गुप्ता पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और उनका 45 साल का एक दिव्यांग बेटा भी है। 35 साल की मृतक महिला का नाम पूजा बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बेटे की देखभाल के लिए उन्हें इस उम्र में दूसरी शादी की थी। मगर, शादी के कुछ समय बाद ही बुजुर्ग का पत्नी के साथ मतभेद शुरू हो गया था। दोनों के बीच आए दिन झगड़े होने लगे और महिला तलाक के बदले 1 करोड़ रुपये की डिमांड कर रही थी। एसके गुप्ता इतने रुपये देने को तैयार नहीं थे और इस वजह से वो काफी परेशान थे।
एक दिन एसके गुप्ता ने अपने दिव्यांग बेटे को अस्पताल ले जाने वाले विपिन सेठी को अपनी परेशानी बताई। विपिन ने 10 लाख रुपये में महिला को रास्ते से हटाने की बात कही। विपिन की बात सुनकर एसके गुप्ता राजी हो गए और उन्होंने दो लाख 40 हजार रुपये एडवांस के तौर पर विपिन को दे दिए। मौका मिलते ही विपिन और उसके साथी हिमांशू ने चाकू से गोदकर पूजा की हत्या कर दी।
मगर मर्डर को लूट बताने के लिए उन्होंने घर में तोड़फोड़ की और बेटे अमित का फोन भी छीन लिया। ताकि पुलिस को ये लूट की वारदात लगे। पुलिस को शक ना हो कि ये एक सोचा- समाझा मर्डर है। मगर राजौरी गार्डन पुलिस को पहली ही नजर में ये लूट का मामला नहीं लगा। पुलिस ने सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और जब एसके गुप्ता से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारा सच खुद ही उगल दिया।
राजौरी गार्डन पुलिस और वेस्ट दिल्ली स्पेशल स्टाफ ने इस मामले में महिला के पति समेत चार आरोपियों का गिरफ्तार किया गया है। आरोपी एसके गुप्ता, विपिन सेठी और अमित ने जुर्म में अपनी भूमिका होने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया फोन, खून से सने कपड़े और वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी बरामद कर ली है।