राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण से हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। रविवार को लगातार चौथे दिन भी दिल्ली की हवा गंभीर श्रेणी में बनी रही। गैस चैंबर बनी चुकी दिल्ली में लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। राजधानी के कई इलाकों में आज सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 400 को लांघ गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आनंद विहार का एक्यूआई 431, जहांगीरपुरी में 465, पंजाबी बाग में 426 और रोहिणी में 424 जो की ‘गंभीर श्रेणी’ में है। दिल्ली छावनी में फैली धुंध के कारण लोगों ने आँखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत की। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रदूषण के कारण उन्हें आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है।
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। शनिवार को भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में रही।
देश में 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पीएम 10 को और 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पीएम 2.5 को सुरक्षित माना जाता है। दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली ने बताया कि पंजाब में पराली जलाने के अत्यधिक मामले (करीब 4,000) सामने आए। इसके कारण दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमोत्तर भारत के अन्य हिस्सों में वायु गुणवत्ता प्रभावित होने की आशंका है।