दिल्ली पुलिस ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय को सूचित किया कि वह नीतीश कटारा की मां नीलम कटारा के देहरादून से राष्ट्रीय राजधानी आने पर 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराएगी। नीलम कटारा ने जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया था।
पुलिस ने न्यायमूर्ति योगेश खन्ना को अवगत कराया कि उपचार या अदालती मामले में नीलम कटारा जब भी दिल्ली आएंगी उनके ठहरने के स्थान पर अधिकारी सुरक्षा मुहैया कराएंगे। पुलिस ने कहा कि नीलम कटारा को अपनी यात्रा के 72 घंटे पहले ई-मेल के जरिए इस बारे में सूचित करना होगा। नीलम कटारा की तरफ से पेश अधिवक्ता प्रदीप डे ने कहा कि पूर्वी दिल्ली में ठहरने के लिए सुरक्षित स्थान मुहैया कराने के बजाय पुलिस को नयी दिल्ली और मध्य दिल्ली इलाके में भी सुरक्षा देनी चाहिए।
इस पर दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश अतिरिक्त स्थायी वकील राजेश महाजन ने कहा कि उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है और इस संबंध में उनको ई-मेल एड्रेस देना होगा और अपनी यात्रा के बारे में पूर्व में बताना होगा। दिल्ली पुलिस की ओर से स्थिति रिपोर्ट में दिए गए बयान को रिकॉर्ड पर लेते हुए उच्च न्यायालय ने नीलम कटारा की याचिका का निस्तारण कर दिया। नीलम कटारा ने उत्तराखंड में अपनी सुरक्षा के लिए केंद्र को निर्देश दिए जाने का अनुरोध किया था।
भारती यादव के साथ कथित प्रेम संबंधों के चलते नीतीश कटारा की 16-17 फरवरी 2002 के बीच की रात हत्या कर दी गयी थी। मामले में भारती यादव के भाई विकास और विशाल यादव को 30 साल की सजा और तथा एक अन्य दोषी सुखदेव पहलवान को 25 साल की सजा सुनायी गयी थी।