आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे कुख्यात गैंगस्टर सुखमीत पाल सिंह उर्फ सुख बिकरीवाल को गुरुवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है। बिकरीवाल को यूएई से भारत प्रत्यर्पित किया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तानी आतंकी सुख बिकरीवाल पाकिस्तान खुफिया एजेंसी (ISI) के लिए काम करता था।
भारतीय खुफिया एजेंसी ने कहा है कि गैंगस्टर ने शौर्य चक्र पुरस्कार विजेता की हत्या की साजिश रची थी। वह भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों, पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस के लिए वॉन्टेड था। उसने 62 वर्षीय शौर्य चक्र पुरस्कार विजेता ‘कॉमरेड’ बलविंदर सिंह सिंह संधू की कथित रूप से हत्या की थी। संधू सीपीआई (एम) के सदस्य भी थे।
संधू को 16 अक्टूबर को तरनतारन के भिखीविंड में दो अज्ञात बाइक-सवारों ने उनके घर पर ही गोली मारकर हत्या कर दी थी। बिकरीवाल के दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते ही देश की बाहरी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) ने उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हवाले कर दिया, जिसे आतंकवाद-रोधी इकाई भी कहा जाता है।
स्पेशल सेल ने दावा किया था कि बिकरीवाल ने पाकिस्तान स्थित इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के इशारे पर सिंह की हत्या का आदेश दिया था। हालांकि, पंजाब पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। 7 दिसंबर को पूर्वी दिल्ली के शकरपुर में छोटी मुठभेड़ के बाद स्पेशल सेल ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें 2 लोग पंजाब के हैं और 3 कश्मीर के हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद ही बिकरीवाल का नाम सामने आया।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान पंजाब के गुरदासपुर जिले के गुरजीत सिंह और सुखदीप सिंह और कश्मीर से शब्बीर अहमद, अयूब पठान और रियाज के रूप में हुई। प्रमोद सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में पांचों को गिरफ्तार करने वाली आतंकवाद-रोधी इकाई ने दावा किया है कि पकड़े गए आरोपी पाकिस्तान के आईएसआई द्वारा प्रायोजित खालिस्तान आंदोलन के नेताओं के निर्देशों पर काम कर रहे थे और उनके आदेश पर ही संधू की कथित तौर पर हत्या की गई थी।
इस बीच पंजाब पुलिस ने कहा कि गुरजीत और सुखदीप ने गैंगस्टर बिकरीवाल के इशारे पर संधू की हत्या की थी। इसके अलावा उस पर गुरदासपुर में एक हिंदू नेता के सहयोगी की हत्या करने का भी आरोप है। लेकिन उन्होंने हत्या में आतंकी एंगल की बात को खारिज किया है। पंजाब पुलिस ने पहले 11 लोगों की गिरफ्तारी करके संधू की हत्या का मामला सुलझाने का दावा किया था, इसमें जेल में बंद गैंगस्टर रविंदर सिंह और सुखदीप सिंह शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया था कि रविंद्र और सुखदीप दोनों ने पटियाला और फिरोजपुर जेल में रहते हुए संधू को मारने की साजिश रची थी। वे बिकरीवाल के करीबी सहयोगी हैं और उसने ही उन्हें यह काम करने की जिम्मेदारी दी थी। पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस दोनों ने कहा है कि बिकरीवाल से पूछताछ करने से मामले की ऐसी कड़ियां सामने आएंगी, जो अब तक नहीं मिली थीं।