नई दिल्ली जिले में संसद मार्ग पर स्थित पांच सितारा होटल द पार्क के बेसमेंट में लगी आग के धुएं में कई लोग फंस गए। धुआं जनरेटर सेट में लगी आग से बेसमेंट में उठा था। आग भले फैली नहीं, मगर धुआं होटल परिसर में मौजूद लोगों का दम घोंटने लगा। घटना को होटल प्रबंधन घंटों पुलिस और दिल्ली दमकल सेवा से छिपाए रहा। मामले की जांच फिलहाल कनाट प्लेस थाना पुलिस कर रही है।
पुलिस के अनुसार, तीन विदेशी नागरिकों का इलाज चल रहा है। तीनों नार्वे के रहने वाले बताए जाते हैं। धुएं में दम घुटने से 15 लोगों का बुरा हाल हो गया। उनका उपचार चल रहा है। बाकी सभी को अस्पताल से तुरंत छुट्टी दे दी गई।
होटल ने दिल्ली दमकल सेवा को तुरंत मदद के लिए नहीं बुलाया। इसकी पुष्टि दिल्ली दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग के बयान से होती है। अतुल गर्ग ने शनिवार को बताया , ‘घटना सुबह करीब नौ-साढ़े नौ बजे के आसपास घटी। जबकि दोपहर बारह बजकर 20 मिनट तक होटल प्रशासन ने कोई सूचना दिल्ली दमकल सेवा को नहीं दी। 12 बजकर 20 मिनट के आसपास किसी शख्स ने दिल्ली दमकल सेवा को खबर की थी। उसके बाद कुछ दमकल गाड़ियां हालत काबू करने के लिए रवाना की गईं। तब तक हालात सामान्य हो चुके थे। जांच की जा रही है कि आखिर होटल प्रशासन ने सुबह की घटना की सीधी जानकारी पुलिस और दिल्ली दमकल सेवा को क्यों नहीं दी।’
दिल्ली पुलिस के अनुसार, ‘होटल के बेसमेंट से उठा धुआं धीरे-धीरे होटल के बाकी हिस्से में फैलता गया, जिससे होटल कर्मचारियों और वहां रुके मेहमानों का दम घुटने लगा। होटल प्रबंधन पुलिस को कुछ बताए बिना ही धुएं से बीमार हुए लोगों को लेकर सर गंगाराम अस्पताल पहुंच गया। अस्पताल से दोपहर करीब 12 बजे पुलिस को घटना की सूचना दी गई।’
एडिश्नल डीसीपी (नई दिल्ली जिला) दीपक यादव ने कहा, ‘एसएचओ कनाट प्लेस को इस बात की जांच सौंपी गई है कि होटल द पार्क ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुई घटना की जानकारी पास में ही मौजूद कनाट प्लेस थाना और दिल्ली दमकल सेवा को पहले क्यों नहीं दी थी? हालांकि, घटना बड़ी नहीं थी। मगर एहतियातन, होटल की पहली जिम्मेदारी पुलिस और दिल्ली दमकल सेवा को सूचना देने की बनती थी। पुलिस को सबसे पहले राजेंद्र नगर के एसचओ की ओर से खबर दी गई। जबकि थाना राजेंद्र नगर ‘द पार्क’ होटल से कई किलोमीटर दूर है।’
पुलिस और दिल्ली दमकल सेवा के अनुसार, ‘कुल 14 लोग धुएं से बीमार हुए। इनमें से तीन लोगों की एमएलसी सर गंगाराम अस्पताल में बनाई गई है, जबकि बाकी सभी को अस्पताल से वापस भेज दिया गया। जो तीन लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं, वे तीनों विदेशी (नार्वे के) हैं। उनकी तबीयत धुएं से खराब हुई।’
दूसरी ओर, सुबह करीब साढ़े नौ बजे घटी घटना को कई घंटे छुपाने वाले द पार्क होटल ने मीडिया द्वारा पूछे जाने पर दोपहर बाद करीब 3 बजे बताया, ‘घटना सुबह के वक्त शार्ट-सर्किट से हुई थी। यह आग लगने की मामूली घटना थी। होटल में मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत ही हालात को काबू में कर लिया। हां, कुछ लोगों को धुएं से परेशानी हुई। उन्हें प्राथमिक चिकित्सा के लिए अस्पताल ले जाया गया। ऐसा वाकया फिर न हो, इसके इंतजाम किए जा रहे हैं।’