दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने राजन बाबू टीबी अस्पताल की एक इमारत को खाली करने और सील करने के लिए जांच का आदेश दिया क्योंकि यह सामने आया कि इमारत कभी भी गिर सकती है।
आप सरकार इस अस्पताल की छवि खराब करने की कर रही है कोशिश – महापौर
हालांकि, उत्तरी दिल्ली के महापौर ने आरोप लगाया कि दिल्ली की आप सरकार इस अस्पताल की ‘‘छवि खराब’’ करने की कोशिश कर रही है, जिसने कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहायता की थी।
आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित अस्पताल का औचक दौरा किया था और उनकी पार्टी ने यह दिखाने के लिए इस दौरे को सोशल मीडिया पर लाइव-स्ट्रीम किया था कि मरीजों का इलाज परिसर में एक जीर्ण-शीर्ण ब्लॉक में किया जा रहा है, जबकि निगम ने इसे ‘‘खतरनाक’’ घोषित कर चुका है।
बाद में, उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) में विपक्ष के नेता विकास गोयल ने मुखर्जी नगर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज करायी। गोयल दौरे में आतिशी के साथ थे।
किसी भी समय गिर सकती है इमारत – जैन
शनिवार को जैन ने तत्काल जांच के आदेश दिए। जैन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इमारत की हालत ऐसी है कि यह ‘‘किसी भी समय गिर सकती है।’’
जैन ने कहा, ‘‘उस इमारत में एक पल के लिए भी खड़ा होना खतरनाक हो सकता है, लेकिन वहां मरीजों का इलाज किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में मरीजों का इलाज न केवल मरीजों के लिए बल्कि डॉक्टरों और वहां मौजूद सभी चिकित्सा कर्मियों के लिए भी घातक साबित हो सकता है।’’
भाजपा नियंत्रित NDMC अस्पताल की इमारत को खतरनाक कर चुकी है घोषित – मंत्री
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नियंत्रित एनडीएमसी अस्पताल की इमारत को खतरनाक घोषित कर चुकी है, लेकिन वहां अभी भी मरीजों का इलाज चल रहा है, यह निगम की लापरवाही की पराकाष्ठा है।’’
10 दिनों के भीतर रिपोर्ट हो जाएगी तैयार
अतिरिक्त मुख्य सचिव (शहरी विकास) को मामले की जांच करके रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंपने का निर्देश दिया गया है। मंत्री ने कहा कि एक सप्ताह से 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट तैयार हो जानी चाहिए।
31 दिसंबर को मंत्री द्वारा जारी आदेश में लिखा गया है, ‘‘यह मेरे संज्ञान में लाया गया है कि उत्तर एमसीडी (एनडीएमसी) द्वारा संचालित राजन बाबू टीबी अस्पताल का भवन जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। एमसीडी (निगम) ने स्वयं भवन को मानव निवास और रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया है। इसके बावजूद, अस्पताल चलाया जा रहा है और मरीजों, परिचारकों, कर्मचारियों और नागरिकों के जीवन को खतरे में डाला जा रहा है। ऐसा लगता है कि इमारत कभी भी गिर सकती है और कई लोगों की जान खतरे में है।’’ जैन ने मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है।
आदेश में कहा गया है, ‘‘उपरोक्त को देखते हुए मानव जीवन, उक्त एमसीडी अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों व पैरामेडिक्स की सुरक्षा के लिए उक्त एमसीडी अस्पताल भवन को खाली करने और सील करने के लिए तत्काल जांच की जाए।’’
जैन के आदेशों के कुछ घंटों बाद, उत्तरी दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह ने शनिवार को आरोप लगाया कि आप की अगुवाई वाली सरकार ने इमारत के एक हिस्से को उल्लेखित करके राजन बाबू टीबी अस्पताल की ‘छवि खराब’ करने की कोशिश कर रही है जिसने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में सहायता की। सिंह ने कहा कि वही हिस्सा ही कमजोर स्थिति में है।
महापौर सिंह ने दिल्ली सरकार के कदम को ‘राजनीतिक रूप से पक्षपाती’ बताया और आरोप लगाया कि मंत्री ने अस्पताल प्रशासन या नगर आयुक्त से रिपोर्ट मांगे बिना ‘सीधे इमारत खाली करने और सीलिंग के आदेश को पारित करके’ एक वैध प्रणाली को ‘नजरअंदाज’ किया।
उन्होंने कहा, ‘‘दो दिन पहले, हमने दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी के एक नेता को राजन बाबू अस्पताल में कैमरों के साथ चलते और इमारत के एक छोटे से हिस्से को उजागर करके अस्पताल की छवि खराब करने की कोशिश करते देखा, जो पहले से ही खराब स्थिति में है और पहले से ही खतरनाक घोषित है।’’
पूरा अस्पताल मानव के लिए अयोग्य है, जो कि पूरी तरह से झूठ है
महापौर ने दावा किया कि इसके बाद, आप नेता ने एक संवादाता सम्मेलन किया और घोषणा की कि ‘‘पूरा अस्पताल मानव के लिए अयोग्य है, जो कि पूरी तरह से झूठ है।’’