दिल्ली-एनसीआर में तापमान गिरने के साथ ही ठंड और ठिठुरन बढ़ गई है और कोहरे की चादर अब दिखने लगी है। बीते कुछ दिनों से सुबह के वक्त काफी घना कोहरा देखने को मिल रहा है. वहीं शाम के बाद भी यही आलम देखने को मिल रहा है दिल्ली में ठंड बढ़ना शुरू हो गई है जिसके चलते कोहरे की चादर से राजधानी को ढका हुआ साफ़ तौर पर देखा गया जैसा कि हम जानते हैं कि जैसे जैसे सर्दियाँ नज़दीक आती है। वैसे वैसे सड़क हादसों की संख्या बढ़ जाती है जहाँ आज हम आपको बताएंगे कौन से एसे टिप्स है कौन सी ऐसी सावधानियां है जिन्हें बरतने से आप हादसे का शिकार होने से बच सकते हैं।
हेडलाइट को हाई-बीम पर रखना काफी खतरनाक
घने कोहरे में हेडलाइट को हाई-बीम पर रखना काफी खतरनाक हो सकता है।क्योंकि हाई-बीम पर लाइट फैल जाती है और कोहरे में वाहन चलाते समय हाई-बीम पर लाइट रखने से सामने कुछ भी दिखाई नहीं देता है।ऐसे में हेडलाइट को लो-बीम पर रखना ही बेहतर होता है।खासकर वैसे सड़कों पर जहां डिवाइडर न हो।
फॉग लैंप होते हैं सबसे यूजफुल
कोहरे के दौरान गाड़ी में लगे फॉग लैंप सबसे यूजफुल होते हैं।यह गाड़ी के आगे और पीछे दोनों तरफ लगे होते हैं।अगर आपकी कार में यह फीचर नहीं है तो आप बाहर से भी फॉग लैंप लगवा सकते हैं. इससे सड़कों पर विजिबिलिटी बढ़ जाती है।
कारों में पिछली विंडशील्ड पर भी डिफॉगर लगाएं
ठंड के मौसम में कार के केबिन और बाहर के तापमान में अंतर होने के कारण शीशों पर धुंध जमने लगती है।वैसे में कार चलाते समय परेशानी भी होती है।आजकल सभी कारों में पिछली विंडशील्ड पर भी डिफॉगर आने लगा है।कोहरे के दौरान डिफॉगर ऑन रखने से शीशे का तापमान बढ़ जाता है।इस वजह से शीशे पर धुंध नहीं जमती।
तेज गति से वाहन चलाने से बचें
कोहरे में तेज गति से वाहन चलाने से बचें।यदि आप ऐसा करते हैं तो यह जानबूझकर घटना को निमंत्रण देने जैसा है।कोहरे के दौरान निर्धारित गति से कम गति में वाहन चलाना काफी बेहतर होता है।लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी होता है अपनी लेन में वाहन चलाना।बार-बार लेन बदलने से पीछे से आने वाले गाड़ी के ड्राइवर को कन्फ्यूजन हो सकता है जिससे हादसे की संभावना और बढ़ जाती है।