देश में त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है। दिवाली रोशनी का त्योहार है, इस मौके पर जहां लोग एक तरफ घरों दीपक जलाकर अपने घरों को सजाते है और साथ लोग पटाखे भी जलाते है। खूब धूमधाम से इस त्योहार को लोग मानते है। बात दे कि दिल्ली-एनसीआर में त्योहारों की वजह से लोगों में बहुत ही ज्यादा उत्साह देखने को मिल रहा है।
वास्तुओं की बिक्री पर प्रतिबंध नहीं
दिवाली पर पटाखे जलाने को लेकर दिल्ली-एनसीआर में लोकल सर्वेक्षण में पता चला कि लगभग 10 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वह दिल्ली में पहले ही पटाखे खरीद चुके हैं। 20 फीसदी लोगों का कहना है कि उन्होंने दिल्ली-एनसीआर के अन्य शहरों से पटाखे खरीदे है। यह दर्शाता है कि ऐसी वास्तुओं की बिक्री पर प्रतिबंध नहीं है।सर्वेक्षण को दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद के सभी जिलों के निवासियों से 10 हजार से अधिक प्रतिक्रियाएं मिलीं। उत्तर देने वालों में 79 फीसदी पुरुष थे जबकि 31 फीसदी महिलाएं थीं।
दिवाली से पहले ही लोगों ने खरीद ने लिए पटाखे
दिल्ली सरकार ने हाल ही में घोषणा की थी कि शहर में पटाखों का निर्माण, भंडारण या बिक्री करने पर तीन साल की जेल और साथ ही 5000 हजार रुपये के जुर्माने की भी सजा है। दिवाली के मौके पर में पटाखे जलाने पर छह महीने की जेल और 200 रुपये का जुर्माना हो सकता है। कुछ लोगों ने दिवाली से पहले ही दुकानों से पटाखे खरीदकर अपने घरों में स्टॉक कर लिया है। इस बार दिवाली के मौके पर पर दिल्ली-एनसीआर में घरों में पटाखे जलाने का प्रतिशत पिछले पांच साल में सबसे ज्यादा हो सकता है।