नई दिल्ली : डीयू के छात्रों के लिए मेट्रो पास और किराये में कटौती की मांग एक बार फिर उठी है। सोमवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं ने छात्रों के लिए मेट्रो पास और किराये कम करने की अपनी मांग को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के ट्रैक पर कूदकर मेट्रो को बाधित किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार एनएसयूआई के करीब 13 कार्यकर्ताओं ने दोपहर करीब 12.26 बजे विवि मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 2 पर अचानक कूद गए।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में ‘मोदी-केजरीवाल शेम-शेम’ के पर्चे लिए हुए थे। प्रदर्शन के कारण येलो लाइन की सेवाएं कुछ समय के लिए बाधित रही। हालांकि मेट्रो सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हटाकर पुलिस के हवाले कर दिया। इस बारे में अक्षय लाकड़ा ने बताया कि करीब छह घंटे तक कश्मीरी गेट पुलिस स्टेशन में बिठाये रखने के बाद दिल्ली पुलिस ने सभी 13 एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ डीएमआरसी अधिनियम 2002 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
लाकड़ा ने बताया कि पुलिस ने जमानत बांड पर हस्ताक्षर कराने के बाद सभी को रिहा कर दिया है। अब 6 मार्च को तीस हजारी कोर्ट में मामले की सुनवाई होगी। इस बारे में रेलवे डीसीपी से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
क्या कहना है छात्रों का…
एनएसयूआई के दिल्ली अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने बताया कि हम शुरू से ही मेट्रो किराये के खिलाफ विरोध करते आए हैं। लेकिन न तो दिल्ली सरकार और न ही केंद्र सरकार छात्रों की मांगों पर कोई काम किया है। लाकड़ा ने कहा कि एनएसयूआई छात्र हितों के लिए कुछ भी करने को तैयार है। हम छात्र हितों का हनन नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि एनएसयूआई के संघर्षों का ही नतीजा है कि छात्रों के लिए एसी बस पास मिल पाया है। अक्षय ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार छात्र हितों के मोर्चे पर विफ़ल हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार दिल्ली मेट्रो को तो सही से संचालित कर नहीं पा रही और अहमदाबाद मेट्रो का उद्घाटन कर रहे हैं। जब तक स्टूडेंट मेट्रो पास को मंजूरी नहीं मिल जाती तब तक दिल्ली एनएसयूआई प्रदर्शन करते रहेगी।
मेट्रो का स्टेटमेंट जारी…
घटना के बाद डीएमआरसी ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा है कि दोपहर 12 बजकर 26 मिनट पर एनएसयूआई के 10-12 सदस्य विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के ट्रैक पर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे। उन्हें वहां से हटाने में काफी समय लग गया। डीएमआरसी के मुताबिक, 12 बजकर 48 मिनट पर उन्हें वहां से हटाने में कामयाबी मिली, जिसकी वजह से करीब 20 मिनट तक मेट्रो सेवा प्रभावित रही। अब येलो लाइन पर सेवाएं सामान्य हो गई हैं।