समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य इन दिनों विवादो में बने हुए है।उनके विवाद में रहने का कारण रामचरितमानस है दरअसल सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस के खिलाफ टिप्पणी की थी। इससे गुस्साए लोगों ने समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ दिल्ली के प्रेम नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भी थाने पहुंचे
बता दें किराड़ी क्षेत्र में भगवान श्री परशुराम ब्राह्मण सेवा संगठन किराड़ी के साथ बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता शुक्रवार को प्रेम नगर थाने पहुंचे। ये सभी लोग नारे लगाते हुए थाने पर पहुंचे और इन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लिखित शिकायत दी। इनकी मांग है कि रामचरितमानस पर टिप्पणी को लेकर वो सभी काफी आहत हुए हैं।
एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो देंगे धरना
वहीं थाने में शिकायत देने के बाद इन लोगों ने बताया कि पुलिस की तरफ से उन्हें 2 दिन का समय दिया गया है। पुलिस का कहना है कि दो दिन में थाने के एसएचओ और आला अधिकारी उचित कार्रवाई करेंगे। उनकी तरफ से यह आश्वासन दिया गया है। इसी के साथ संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि 2 दिन में यदि एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो इसके बाद ये सभी थाने के आगे अनिश्चितकालीन धरना देंगे।
केशव प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर दिया था बयान
अब मामले के बारे में शुरु से जानते है कि आखिर हुआ क्या था सपा एमएलसी ने श्रीरामचानितमानस को दलित और महिला विरोधी करार देते हुए उस पर बैन लगाने की मांग की थी। जिसके बाद से उनका जोरशोर से विरोध हो रहा है। बवाले होता देख सपा नेता ने साफ किया की वोअपने दिए बयान पर कायम हैं और उन्होंने रामचरितमानस की उन चौपाइयों को हटाने के लिए कहा है जिससे दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है। उनके बयान के कारण सपा के मुखिया अखिलेश यादव को भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य बार बार कह रहे है कि वो अपने बयान पर कायम है।