नई दिल्ली : सीलिंग के विरोध में गुरुवार को जंतर-मंतर पर कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के तत्वावधान में सैकड़ों व्यापारियों ने विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारियों का कहना था कि दुकानों पर सीलिंग करने का सिलसिला जारी है और 1 साल से दिल्ली में हजारों दुकाने सील होने के कारण बंद है।
इस कारण लाखों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। कैट ने सरकार से मांग की है की दिल्ली में सीलिंग को रोकने के अब ठोस कदम उठाये जाएं। वहीं संसद के चालू सत्र में इस मुद्दे पर बिल लाये अथवा संसद सत्र के तुरंत बाद एक अध्यादेश लाये। जिसमें एक कट ऑफ डेट घोषित की जाए और उस कट ऑफ डेट तक दिल्ली में जो भी स्थिति थी उसे बरकरार रखा जाए।
कैट ने सरकार से यह भी मांग की है की मॉनिटरिंग कमेटी के तानाशाही रवैय्ये को देखते हुए सरकार सुप्रीम कोर्ट से मॉनिटरिंग कमेटी को भंग करने की मांग करे। इस दौरान व्यापारियों ने नारे लगाते हुए मॉनिटरिंग कमेटी का पूतला दहन किया। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की दिल्ली में सीलिंग व्यापारियों एवं उनके कर्मचारियों की रोजी रोटी से जुड़ा होने के कारण बड़ा मुद्दा हैं।
दिसम्बर 2017 से लेकर अब तक गत एक वर्ष में दिल्ली में हजारों दुकाने सील हो गई हैं जिनकी कोई सुनवाई नहीं है वहीं दूसरी ओर अन्य हजारों दुकानों पर सीलिंग की तलवार लटकी हुई है। मॉनिटरिंग कमेटी एक निरंकुश तानाशाह की तरह अड़ियल रवैय्ये से काम कर दिल्ली भर में सीलिंग करने पर तुली हुई है।