नई दिल्ली : हमारे लिए गर्व का विषय है कि इस वर्ष हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का 150वीं जयंती मना रहे हैं। गांधी जी के 150 वर्ग मीटर के भित्ति चित्र के अनावरण अवसर पर उपस्थित होकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह भित्ती चित्र गांधी जी के उस विश्वास को दर्शाता है, जिसमें गांधी जी शिल्पकारों और ग्रामोद्योग की क्षणता को अति महत्वपूर्ण समझा करते थे। उक्त बातें गुरुवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने एनडीएमसी मुख्यालय पालिका केंद्र की दीवार पर 150 वर्गमीटर के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भित्ति चित्र का अनावरण करने के उपरांत कही।
यह भित्ति चित्र गांधी जी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के सहयोग से स्थापित की गई है। वेंकैया नायडू ने इस अवसर पर चरखा भी चलाया। इस मौके पर सांसद मीनाक्षी लेखी, खादी एवं गामोद्योग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना, एनडीएमसी चेयरमैन नरेश कुमार, सचिव रश्मि सिंह के अलावा उपस्थित रहे। नायडू ने कहा कि यह भित्ति चित्र 3870 कुल्लड़ों से बनाया गया है, जो कि भारत के कोने-कोने से 150 जगहों से लाई गई मिट्टी और 150 शिल्पकारों की मेहनत का नतीजा है। यह वास्तव मे इन शिल्पकारों के द्वारा गांधी जी को समर्पित की गई एक सच्ची श्रद्धांजलि है। नायडू ने कहा कि गांधी जी दीन-हीन जनों के सबसे बड़े हितेषी थें।
शिल्पकारों को इलेक्ट्रिक चाक देकर बना रहे स्वावलंबी
भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इस भित्ति चित्र को बनाने के मिशन में ग्रामोद्योग के अंतर्गत शिल्पकारी और उसके माध्यम से गांधी जी को दी गई श्रद्धांजलि एक महत्वपूर्ण संयुक्त प्रयास का अद्भुत नमूना है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग देश के 400 गांवों के ग्रामीण शिल्पकारों को बिजली से चलने वाले चाक देकर उनको ग्रामीण स्तर पर ही स्वावलंबी बनाने और उनकी आय को बढ़ाने के एक महत्वपूर्ण मिशन पर काम कर रहा है।