नई दिल्ली : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतििनधिमंडल ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से शुक्रवार को मिलकर स्कूल मेनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) द्वारा स्कूलों में बुलाए गए विशेष सत्र पर तुरंत रोक लगाने, एसएमसी को भंग करने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। मनोज तिवारी ने कहा कि शिक्षा के नाम पर राजनीति करने वाली दिल्ली सरकार को शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं करने दिया जाएगा।
केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव से पहले शिक्षा का राजनीतिकरण करने की कोशिश की थी और आम आदमी पार्टी के पक्ष में मतदान करने के लिए अभिभावकों पर दबाव डालने की कोशिश की गई थी, लेकिन उस समय भाजपा द्वारा चुनाव आयोग में शिकायत करने के बाद वे अपने मंसूबों मे कामयाब नहीं हो सके थे। उन्होंने कहा कि एसएमसी की बैठक में आए अभिभावकों एवं अध्यापकों को आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के पक्ष में मतदान करने की कसम खिलाई जा रही है।
उनसे यह पूछा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में आप लोगों ने आम आदमी पार्टी को वोट क्यों नहीं दिया, भाजपा को वोट क्यों दिया, क्या आने वाले चुनावों में केजरीवाल को वोट देंगे, आप लोग वादा कर कसम खाइये कि विधानसभा चुनाव में केजरीवाल को ही वोट देंगे। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता, प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, रविन्द्र गुप्ता, राजेश भाटिया, विधायक ओम प्रकाश शर्मा, जगदीश प्रधान, कपिल मिश्रा, कर्नल देवेन्द्र सहरावत, अनिल बाजपेयी, मीडिया सह-प्रभारी नीलकांत बक्शी और मीडिया प्रमुख अशोक गोयल भी मौजूद रहे।