नई दिल्ली : निर्भया के चारों दोषियों का कारागार तिहाड़ जेल में रोजाना बदला जा रहा है। इसके पीछे तिहाड़ प्रशासन दोषियों की सुरक्षा को मुख्य कारण बता रहा है। उनका कहना है कि निर्भया के चारों दोषियों की फांसी में कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में वह कोई कोताही नहीं बरतना चाहते। बता दें कि इससे पहले निर्भया मामले में पांचवां दोषी राम सिंह पहले ही जेल में फंदा लगाकर खुदकुशी कर चुका है।
वहीं दो दिन पहले एक दोषी के फांसी लगाने की कोशिश की घटना ने तिहाड़ प्रशासन को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद तिहाड़ प्रशासन सचेत हो गया है। अधिकारी बताते हैं कि कैदियों का रोजाना कारागार बदलने के साथ-साथ सुरक्षा में लगे जवानों को भी बदल दिया जाता है। तिहाड़ जेल अधिकारी सूत्रों के मुताबिक निर्भया के चारों दोषियों को जेल नंबर-3 में हाई सिक्योरिटी सेल के बी ब्लॉक में रखा गया है।
इस ब्लॉक को पूरी तरह से खाली करवा दिया गया है। इस सेल में अन्य किसी भी कैदी को रखने की अनुमति नहीं दी गई है। बी-ब्लॉक के अलग-अलग चार कारागार में सिर्फ निर्भया के चारों दोषी मुकेश ठाकुर, अक्षय सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा ही कैद हैं। हर दिन इन दोषियों का कारागार बदला जा रहा है। अधिकारी का कहना है कि अगर कोई दोषी इस बीच अपने आप को क्षति पहुंचाने का प्लान बनाता है तो उसे आसानी से फेल किया जा सके।
विनय शर्मा और पवन गुप्ता ने दो दिन खाना छोड़ा
तिहाड़ जेल अधिकारियों का कहना है कि जब से चारों दोषियों को फांसी घर स्थित हाई सिक्योरिटी सेल में लाया गया है। उसे मौत का डर सताने लगा है। विनय शर्मा और पवन गुप्ता के अंदर मौत का इतना खौफ छा गया है कि उसने दो दिन से खाना तक नहीं खाया है। अधिकारी बताते हैं कि शुक्रवार के बाद इसने शनिवार को भी खाना नहीं खाया। इस दौरान वह पानी जरूर पी रहा है और कैंटीन से बिस्किट व मिक्चर मंगवाकर खा रहा है।
अब 30 जनवरी को फांसी देने पहुंचेगा जल्लाद पवन
तिहाड़ जेल प्रशासन ने निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने की पूरी तैयारी कर ली है। पहले 20 जनवरी को जल्लाद पवन तिहाड़ जेल पहुंचने वाला था, लेकिन फांसी की तारीख बढ़ने के कारण वह अब 30 जनवरी को पहुंचेगा। इसकी जानकारी तिहाड़ जेल प्रशासन ने दी है। उन्होंने कहा है कि जल्लाद के रहने का इंतजाम जेल परिसर में ही किया जाएगा।
पहली बार एक साथ दी जाएगी चार को फांसी
निर्भया के चारों दोषी जिस हाई सिक्योरिटी सेल में बंद हैं वहां से कुछ ही दूरी पर फांसी घर है। फांसी की तारीख नजदीक आते ही गुनहगारों को अंडाकार सेल में ले आया गया है। इन दोषियों की 1 फरवरी को फांसी मुकर्रर हुई है और उसी दिन चारों को एक साथ फांसी पर लटकाया जाएगा। इससे पहले इस जेल में अंतिम फांसी आतंकी अफजल गुरू को दिया गया था। निर्भया के चारों दोषियों को एक साथ फांसी देने के लिए यहां पर अलग से चार तख्त बनाए गए हैं।
क्या था पूरा मामला : दक्षिणी दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 की रात एक पैरामेडिकल छात्रा से 6 लोगों ने चलती बस में दरिंदगी की थी। गंभीर जख्मों के कारण 26 दिसंबर को सिंगापुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में पवन, अक्षय, विनय और मुकेश को फांसी की सजा सुनाई गई। ट्रायल के दौरान मुख्य दोषी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। एक अन्य दोषी नाबालिग होने की वजह से 3 साल में सुधार गृह से छूट चुका है।