नई दिल्ली : डूसू के अध्यक्ष का कार्यभार मंगलवार को शक्ति सिंह को डीयू प्रशासन द्वारा लिखित सौंप दिया गया है। इससे पहले फर्जी डिग्री विवाद में फंसने के कारण अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) से जुड़े अंकिव बसोया ने डूसू अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं शक्ति सिंह ने भी अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का रूख किया था। इस बारे में डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने यह कदम देर से उठाया।
छात्रसंघ अध्यक्ष का पद खाली होने की वजह से छात्रसंघ सुचारू रूप से कार्य नहीं कर पा रहा था लेकिन हम कम समय में भी दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए बेहतर कदम उठाएंगे। वहीं दूसरी ओर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन और अखिल भारतीय छात्र संघ (आईसा) ने डीयू प्रशासन, भाजपा सरकार और एबीवीपी पर आरोप लगाते हुए कहा है।
कि प्रशासन जानबूझकर इस मामले को 61 दिनों तक लटकाए रखा। डूसू चुनाव समिति ने मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय के 18 दिसम्बर, 2018 के आदेश के मद्देनजर डूसू उपाध्यक्ष शक्ति सिंह को पदोन्न्ति देते हुए वर्ष 2018-19 के लिए अध्यक्ष का कार्यभार सौंप दिया।