नई दिल्ली : कोई भी गम क्यों ना हो, हमेशा ऑल इज वेल होगा। यह सपना नहीं बल्कि दिल्ली सरकार की एक कोशिश है। दिल्ली की सरकारी स्कूलों में शुरू किए गए हैप्पीनेस कैरिकुलम को एक साल से अधिक समय बीत गया है। इस कैरिकुलम के मदद से बच्चों के जीवन में काफी बदलाव आया। इसे देखने के लिए वांगचुक के जीवन से प्रेरित होकर बनाई गई आमिर खान की मशहूर फिल्म ‘थ्री इडियट्स” के वास्तविक नायक व इंजीनियर से शिक्षा सुधारक बने सोनम वांगचुक दिल्ली पहुंचे।
शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर दिल्ली के स्कूलों में हैप्पीनेस क्लास को नजदीक से जाना। उड़ीसा के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास इस उत्सव में वेस्ट विनोद नगर के सर्वोदय कन्या विद्यालय में शामिल हुए। वांगचुक ने कहा कि देश का भविष्य सरकारी स्कूलों से है, न कि चंद प्राइवेट स्कूलों की तरक्की से। दिल्ली सरकार का हैप्पीनेस क्लास का प्रोग्राम लीक से हटकर है, देश ही नहीं पूरे विश्व को इसकी ओर सोचने की जरूरत है। यहां गणित, विज्ञान ही नहीं बच्चों की मानसिक स्थिति को समझने पर फोकस किया जा रहा है जो कि एक अच्छा प्रयास है।
इस देश का भविष्य सरकारी स्कूलों में है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि सोनम वांगचुक और उड़ीसा के शिक्षा मंत्री समीर रंजन एक स्टूडेंट की तरह नजर आए। वह बच्चों के साथ बैठे और उन्होंने बच्चों से बातचीत की। समीर रंजन यहां पढ़ रहे बच्चों की बातों और सरकारी स्कूल के माहौल से काफी प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा कि यहां काफी बेहतर माहौल छात्रों को मिल रहा है। उड़ीसा जाकर मैं इस तरह के स्कूलों के लिए वहां के सीएम से बात करूंगा।