नई दिल्ली : देश में बढ़ते एलर्जी विकारों पर काबू पाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण और शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ाने की जरूरत हे। यह कहना है केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का। शुक्रवार से सर गंगा राम अस्पताल के बाल रोग आपातकालीन, क्रिटिकल केयर, पल्मोनोलॉजी एंड एलर्जी डिस्ऑर्डर, बाल रोग विभाग द्वारा बचपन में एलर्जी को लेकर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया।
इस सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि चिकित्सा पाठ्यक्रम में एलर्जी विषय को बढ़ावा देना चाहिए। इस सम्मेलन में 30 से अधिक संकायों और दुनिया भर के 100 से अधिक प्रतिनिधियों भाग ले रहे हैं। सम्मेलन के दौरान मंत्री ने एलर्जी इन नटशेल’ शीर्षक से एक पुस्तक जारी की। साथ ही बाल चिकित्सा एलर्जी में डिप्लोमा कोर्स के लिए डिप्लोमा इन पीडियाट्रिक एलर्जी और अस्थमा (डीपीएए) की शुरुआत की घोषणा की।
इस मौके पर सर गंगा राम अस्पताल के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ डी एस राणा भी उपस्थित थे। बता दें कि तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान अस्थमा, राइनाइटिस, त्वचा और खाद्य एलर्जी, मानव-पर्यावरण की बातचीत, त्वचा परीक्षण सहित अन्य पर लोग अपने विचार व्यक्त करेंगे। सम्मेलन के दौरान सलाहकार बाल रोग विशेषज्ञ व पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ अनिल सचदेव ने बाल चिकित्सा एलर्जी और पल्मोनोलॉजी लैब खोलने के बारे में बताया। इसके अलावा अन्य विषयों पर जानकारी दी।