नई दिल्ली : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने गुरुवार को दिल्ली में बढ़ती प्याज की कीमतों को लेकर केजरीवाल सरकार से जवाब मांगते हुए कहा कि जनता की रसोई की सबसे बड़ी जरूरत प्याज की हो रही कालाबाजारी के कारण उसकी बढ़ती कीमतों को रोक पाने में मुख्यमंत्री पूरी तरह से नाकाम हैं।
कुछ दिन पहले वे इस बात का दावा कर रहे थे कि दिल्ली में लोगों को सस्ती दरों पर प्याज उपलब्ध कराई जाएगी, लेकिन यह बड़े अफसोस की बात है कि केजरीवाल के दिल्ली की जनता से किए चुनावी वादों की तरह ही सस्ती दरों पर प्याज देने का वादा मात्र एक छलावा था। तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री बढ़ती प्याज की कीमतों को रोकने में नाकाम है।
दिल्ली सरकार ने प्याज बेचने की घोषणा की है, लेकिन दिल्ली में कहीं भी प्याज दिल्ली सरकार के खाद्य विभाग द्वारा नहीं बेची जा रही है। इस समय प्याज की मांग नवरात्र की वजह से अपने सबसे निचले स्तर पर है, लेकिन प्याज सस्ती होने की बजाय 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रही है। आने वाले दिनों में इस तरह यदि कीमतों का बढ़ना जारी रहा तो संकट की स्थिती पैदा हो सकती है।
पिछले 10 दिनों के भीतर 200 से 300 प्रतिशत तक प्याज की कीमतों में वृद्धि हुई है जिसे लेकर केजरीवाल सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए। केजरीवाल सरकार की नाकामियों के कारण दिल्ली में प्याज की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है और जमाखोरों को केजरीवाल सरकार का संरक्षण मिल रहा है।
सस्ती दरों पर प्याज का मिलना तो दूर आज मण्डी और स्थानीय बाजारों में प्याज के दाम और सेब के दाम में बराबरी आ गई है। दिल्ली में कालाबाजारी को जमकर हवा मिल रही है, बिना राजनीतिक संरक्षण के ऐसा कतई नहीं किया जा सकता है।